प्रतिनिधि, चौथम बागमती नदी के जलस्तर में जैसे ही उतार चढ़ाव शुरू हुआ. वैसे ही मालपा और रोहियार के बीच बागमती नदी पर बन रहे पुल का निर्माण कार्य ठप पड़ गया है. ऐसे में तय समय पर पुल का निर्माण पूरा हो पाना संभव प्रतीत नहीं हो रहा. अब बाढ़ के बाद ही पुल का निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा. बता दें कि जिले के चौथम प्रखंड अंतर्गत मालपा और रोहियार के बीच बागमती नदी पर 28 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. ग्रामीण कार्य विभाग प्रमंडल गोगरी के देखरेख में पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. इन दिनों बागमती नदी के जलस्तर बढ़ने के साथ ही पुल निर्माण कार्य को संवेदक द्वारा रोक दिया गया है. उल्लेखनीय है कि इसी माह के अंत तक पुल निर्माण कार्य का अंतिम डेडलाइन है. ऐसे में तय समय पर कार्य हो पाना संभव नहीं है. 345 मीटर लंबा बन रहा है पुल बागमती नदी पर कुल 345 मीटर का पुल बन रहा है. जबकि चार सौ मीटर का एप्रोच पथ भी बनाया जाना है. पुल में कुल पाया की संख्या 14 है. बताया जाता है कि 11 पाया का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. जबकि तीन पाया का निर्माण कार्य अब तक शुरू भी नहीं किया जा सका है. अभी फिलहाल चार स्पेन का कार्य अधूरा है. जो बाढ़ का पानी समाप्त होने के बाद ही चालू किया जा सकेगा. पहले ही पुल निर्माण कार्य में हो चुकी है काफी देरी उल्लेखनीय है कि पहले ही पुल निर्माण कार्य में काफी देरी हो चुकी है. बता दें कि पहले मात्र साढ़े सात करोड़ की लागत पुल बनना था. कार्य का टेंडर भी हो गया. इसके बाद स्टीमेट को रिवाइज किया गया. स्टीमेट रिवाइज करने के क्रम में काफी देरी हो गई. इसके बाद सितंबर 2021 में रिवाइज स्टीमेट की प्रशासनिक स्वीकृति मिली. फिर संवेदक द्वारा अक्टूबर 2021 में कार्य शुरू किया गया. इसके बावजूद आज तक कार्य पूरा नहीं किया जा सका है. पुल बनने से दियारा के हजारों लोगों को आवागमन में मिलेगा फायदा मालपा पुल के बन जाने से दियारा क्षेत्र के हजारों की आबादी को सीधा फायदा मिलेगा. एक और जहां रोहियार पंचायत के तमाम जनता सहित चौथम पंचायत के सोनवर्षा गांव के हजारों लोगों को नावों की सवारी से मुक्ति मिल जाएगी. फिलहाल लोगों को अपने घर जाने के लिए नाव से बागमती नदी पार करना मजबूरी बनी हुई है. पुल बन जाने से मक्का किसानों और पशुपालकों को भी काफी फायदा होगा. दियारा क्षेत्र में होने वाली अपराधिक घटनाओं पर भी रोक लग जाएगी. बोले अधिकारी इसी वर्ष के जून माह तक कार्य को पूरा करना था. लेकिन कार्य अभी अधूरा है. तीन पाया का निर्माण कार्य अभी चालू नहीं हुआ है. फिलहाल बाढ़ को लेकर काम को बंद कर दिया गया है. अब डेडलाईन को बढ़ाया जाएगा. अखिलेश कुमार, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, गोगरी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है