महेशखूंट सार्वजनिक नवदुर्गा मंदिर रेलवे स्टेशन परिसर में शुक्रवार को राम कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. कथा वाचिका पूज्य कुल प्रिया पांडे मध्य प्रदेश उज्जैन धाम द्वारा राम कथा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि मां सती एक बार भगवान भोले शंकर से घुमाने की जिद करने लगी. भगवान उनके जिद के आगे हार गए. बोले चलिए घूमा के लाते हैं. भगवान मां सती को लेकर रामेश्वर धाम कुम्भज ऋषि के आश्रम पहुंचे. भगवान को मां सती के साथ आते देखकर ऋषि दौड़कर उनके पास गए. प्रणाम कर बोले, भगवन आप हम ही को बुला लेते. आप क्यों कष्ट किया. ऋषि अपने आसन पर विराजमान होने के लिए उन दोनों को आग्रह करने लगे. भगवान बोले नहीं मैं आपसे राम कथा सुनने आया हूं. मैं आसन पर नहीं श्रोता के साथ बैठकर राम कथा सुनूंगा. बता दे राम कथा के रचयिता भगवान महेश खुद हैं. फिर भी राम कथा सुनने के लिए मां सती के साथ रामेश्वर धाम आए. कथा को सुने. इसका तात्पर्य राम कथा से है. कथा का कितना महत्व है. इसको समझे. राम कथा सुनने से मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलता है. सत्संग में भाग अवश्य ले. इसे ही जीवन का उद्धार होगा. मौके पर पूजा कमेटी के अशोक कुमार सिंह, चंदन कश्यप, पूर्व स्टेशन अधीक्षक सुरेश चंद्र झा, विष्णु देव मंडल, उदयकांत ठाकुर, सुधीर चौरसिया, पशुपति पासवान, शिक्षक सुरेंद्र कुमार, विजय कुमार पासवान, रविंद्र यादव, बच्चन देव यादव आदि मौजूद थे.
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