शत्रु संपत्ति भूमि की हुई मापी, गृह विभाग को वेंडिंग जाने बनाने का भेजा जायेगा प्रस्ताव
शत्रु संपत्ति भूमि की हुई मापी, गृह विभाग को वेंडिंग जाने बनाने का भेजा जायेगा प्रस्ताव
प्रतिनिधि, खगड़िया
डीएम अमित कुमार पाण्डेय के निर्देश पर बुधवार को शत्रु संपदा की भूमि की मापी करायी गयी. लाल बाबु विद्यालय व एनएच-31 के समीप स्थित शत्रु संपदा की मापी अंचल अमीन के द्वारा की गयी. जमीन मापी के उपरांत शत्रु संपत्ति की जमीन को चिन्हित किया गया. शत्रु संपत्ति को वेंडिंग जोन बनाया जायेगा, जिसके लिये शत्रु संपत्ति अधिनियम 1968 के प्रावधानों के तहत वेंडिंग जोन बनाये जाने का प्रस्ताव जिला स्तर से गृह विभाग के माध्यम से केंद्र सरकार के गृह विभाग को भेजा जायेगा. बता दें कि जमीन मापी के दौरान शांति व विधि- व्यवस्था बनाये रखने के लिए सुरक्षा के भी इंतजाम किये गए थे. नगर थाना पुलिस को जमीन मापी के दौरान तैनात किया गया था. वरीय पदाधिकारी ( डीएम/ एडीएम) के निर्देश पर बलुआही तथा लाल बाबू स्कूल के समीप जमीन की मापी के दौरान वहां परीक्ष्यमान वरीय उप समाहर्ता प्रवीण कुमार व कौशिकी कश्यप मौजूद थे. एनएचआइ के सहायक परियोजना प्रबंधक, भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता, नगर कार्यपालक अभियंता तथा राजस्व पदाधिकारी मौजूद थे.
आठ सौ स्टॉल बनाने के लिए उपलब्ध है जमीन
शहर में करोड़ों मूल्य की शत्रु संपत्ति की भूमि है, जो वर्षों से बेकार पड़ी हुई है. लालू बाबू स्कूल के पास शत्रु भूमि पर 50 से अधिक लोगों का अवैध दखल- कब्जा है, जबकि एनएच-31 के पास स्थित जमीन का भी कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है. जानकार बताते हैं कि इतनी जमीन उपलब्ध है कि यहां 800 स्टॉल बन जायेंगे. बता दें कि शत्रु संपत्ति की भूमि पर जिला- प्रशासन के द्वारा स्टॉल बनाकर फुटकर व्यापारियों को यहां शिफ्ट कराये जाने की योजना है. नगर परिषद द्वारा शहर में फुटकर दुकानदारों का सर्वे कराया जा चुका है. ऐसे दुकानदारों की संख्या 700 है, जिन्हें वहां से हटाकर स्टॉल आवंटित किया जायेगा. बता दें कि एडीएम आरती के नेतृत्व में पदाधिकारियों के द्वारा उक्त जमीन का सत्यापन किया जा चुका है. अब एडीएम के पर्यवेक्षण में जमीन की मापी करायी गयी है.जिला पदाधिकारी के निर्देश पर सुरक्षा इंतजाम के बीच शहर स्थित शंत्रु संपत्ति की भूमि की मापी कराते हुए उसे चिन्हित किया गया है, जिसे वेंडिंग जोन बनाने का प्रस्ताव वरीय पदाधिकारी के स्तर से भेजा जायेगा.चिन्हित भूमि पर स्टॉल का निर्माण प्रस्तावित है. स्टॉल बन जाने के बाद जहां शहर वासियों को जाम से मुक्ति मिलेगी. वहीं सैकड़ों लोग स्थाई दुकान में बेहतर तरीके से रोजगार कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकेंगे.
अमित अनुराग, एसडीओडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है