सांसद ने लोकसभा में उठाया गोगरी नारायणपुर तटबंध 51 किमी की सुदृढ़ीकरण का मामला

सांसद ने लोकसभा में उठाया गोगरी नारायणपुर तटबंध 51 किमी की सुदृढ़ीकरण का मामला

By Prabhat Khabar News Desk | December 12, 2024 10:03 PM

प्रतिनिधि, खगड़िया

लोकसभा सत्र के शीतकालीन सत्र में सांसद राजेश वर्मा ने नारायणपुर तटबंध सुदृढ़ीकरण का मामला उठाया है. सांसद ने आपदा प्रबंधन संशोधन विधेयक 2024 के दौरान सदन में कहा कि आपदा प्रबंधन संशोधन विधेयक 2024 लाने के लिए विशेष रूप से धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा कि वह उस राज्य से आते हैं जिसका अधिकांश हिस्सा बाढ़ से प्रभावित हर वर्ष होता है. सांसद ने सदन में कहा कि खगड़िया लोकसभा के नागरिक एक-एक रुपये जमा कर अपना आशियाना बनाते हैं. बाढ़ के समय तिनके की तरह बह जाता है. उन्होंने कहा कि वह अपने लोकसभा क्षेत्र के लोगों की वास्तविक पीड़ा बाढ़ के समय में महसूस किया है. कैसे छोटे-छोटे बच्चे अपने घर से बेघर होकर सड़क किनारे अपना जीवन बिताते हैं. सांसद ने कहा कि कैसे तिनके-तिनके जमा कर लोग आशियाना बनाते हैं. एक ही झटके में उनके आंखों के सामने ही उनका आशियाना उजर जाता है.

बाढ़ का हो स्थायी समाधान

सांसद ने कहा कि बाढ़ का स्थायी समाधान जरूरी है. उसके दिशा में प्रयास करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का आभार व्यक्त करता हूं. सदन को अवगत कराते हुए कहा कि सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं कि बाढ़ से निपटने के लिए एक दीर्घकालीन योजना बनाया जाय. स्थानीय समुदाय को आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाय. रिवर लिंकिंग योजना पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाय, जिससे बाढ़ से कुछ हद तक निजात मिलेगा. साथ ही साथ कटाव बड़ी समस्या है. लोकसभा क्षेत्र पर सरकार प्रतिवर्ष हजारों करोड़ों रुपये हर वर्ष खर्च कर रही है, लेकिन स्थायी समाधान नहीं हो पाता है. कटाव को लेकर सरकार को स्थायी समाधान को लेकर एक सकारात्मक प्रयास करना जरूरी है. क्योंकि आपदा में कुछ पदाधिकारी अवसर ढूंढने में लगे रहते हैं, जिससे धरातल पर सही से कार्य नहीं हो पाता है.

आपदा में अवसर ढूंढने वाले पदाधिकारी पर हो कार्रवाई

सरकार से अनुरोध करते है ऐसे पदाधिकारी जो आपदा में अवसर ढूंढने का काम करते है. ऐसे पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई किया जाय. लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा है, जो बाढ़ पूर्ण तथा आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित रहता है. जिसमें परबत्ता, सिमरी बख्तियारपुर, बेलदौर, अलौली, खगड़िया जो पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित इस वर्ष हो चुका था. आपदा प्रबंधन के तहत लोकसभा क्षेत्र के गोगरी-नारायणपुर तटबंध जो 51 किमी का है, जो वर्षों से सुदृढ़ीकरण की मांग किया जा रहा है. बाढ़ के समय में जगह-जगह जर्जर हो जाता है. नये सिरे से निर्माण करने से लाखों लोगों को इसका फायदा मिलेगा. लोकसभा क्षेत्र के नयागांव के वीरपुर टोला से मुरादपुर, विष्णुपुर, माधवपुर होते हुए आश्रम टोला गोगरी तक रिंग बांध का निर्माण कराने का मांग किया. लोकसभा क्षेत्र के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा के पूर्वी कोसी तथा पश्चमी कोसी तटबंध जिसकी दूरी 40-125 किमी है. इस परियोजना लंबे समय से लंबित हैं. भारत सरकार जीएससीसी के तहत यह परियोजना स्वीकृति के लिए लंबित है.

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