ठंड बढ़ने से घरों में दुबके रहने को विवश हैं बूढ़े व बच्चे
ठंड बढ़ने से घरों में दुबके रहने को विवश हैं बूढ़े व बच्चे
खगड़िया. ठंड व सर्द हवा चलने की वजह से बच्चे-बूढ़े सभी बेहाल हैं. शीतलहर के कारण ठंड का असर बढ़ता ही जा रहा है, जिससे पूरे दिन धूप नहीं निकलने की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त रहा. गुरुवार को सुबह के समय अधिक कोहरा छाया हुआ था. ठंड से लोग घरों में कैद रहे. ठंड के कारण पारा दिनोंदिन गिरता जा रहा है. गुरुवार को अधिकतम तापमान 16 न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा. सुबह के समय कोहरा घना होने के कारण वाहन सड़कों पर रेंगते नजर आये. पिछले कई दिनों से सुबह शाम कोहरा छाया हुआ है. शीतलहर जारी है. इससे मौसम में दिनों-दिनों ठंड बढ़ने से लोगों के काम धंधे प्रभावित हो गए हैं. दिनचर्या चलाने के लिए अपने कार्यस्थल पर जाने की बजाय अलाव का सहारा ले रहे हैं या फिर पूरा दिन गर्म कपड़े से लिपटे हुए काम करते नजर आ रहे हैं. वहीं बच्चे व बुजुर्ग ठंड से बचने के लिए पूरा दिन घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं. बच्चों को पानी उबाल कर पिलाएं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ नरेंद्र कुमार ने बताया कि ठंड में छोटे बच्चों को घर से बाहर न निकालें. यदि जरूरी है तो उन्हें गर्म कपड़े से ढक कर ही बाहर निकालें. ठंडी वस्तु खाने को न दें. इसके अलावा बच्चों को पानी उबालकर पिलाएं. परेशानी हो तो डॉक्टर से लें परामर्श जनरल सर्जन डॉ एसजेड रहमान ने बताया कि ठंड में गर्म तासीर वाले खाना खाना फायदेमंद होता है. इससे शरीर को अंदर से गर्माहट मिलती है और ठंड से बचा जा सकता है. ठंड में अधिक से अधिक गर्म कपड़े पहने, खाना गर्म व ताजा का ही सेवन करें, किसी भी तरह की परेशानी हो तो अविलंब डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें.
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