गोगरी के 11 पैक्स अध्यक्ष ने परिजन को बनाया प्रबंधक, होगी कार्रवाई

बीडीओ ने गोगरी बीसीओ को पत्र देते हुए रिपोर्ट की मांग किया है

By Prabhat Khabar News Desk | November 5, 2024 9:49 PM

गोगरी. प्रखंड के 11 पैक्स अध्यक्ष ने परिजन को प्रबंधक बना दिया है. जबकि स्पष्ट आदेश है कि पैक्स अध्यक्ष अपने परिजनों को पैक्स मैनेजर नहीं रख सकते हैं. अब स्नातक उत्तीर्ण और अपने परिवार से हटकर समाज के लोग ही पैक्स प्रबंधक बन सकते हैं. गोगरी बीडीओ राजाराम पंडित ने 11 पैक्स अध्यक्ष द्वारा सगे संबंधियों को बनाए गए प्रबंधक मामले की रिपोर्ट गोगरी बीसीओ से मांग किया. गोगरी बीडीओ राजाराम पंडित ने बताया कि गोगरी के श्री शिरनियां निवासी करुणेश मिश्रा ने आरटीआई के माध्यम से यह सूचना मांगा है कि गोगरी प्रखंड के सभी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष का प्रबंधक कौन-कौन है. उनका पैक्स अध्यक्ष से क्या रिश्ता है. पूरा रिपोर्ट के साथ सूचना उपलब्ध कराया जाए. बीडीओ ने गोगरी बीसीओ को पत्र देते हुए रिपोर्ट की मांग किया है. हालांकि इसकी जानकारी मिलते ही सभी पैक्स अध्यक्ष के बीच हड़कंप मचा हुआ है. बीडीओ ने बताया कि गोगरी प्रखंड के बौरना के पैक्स अध्यक्ष ने अपने पुत्र राजेश कुमार, झिटकिया के पैक्स अध्यक्ष ने अपने पुत्र अमरजीत कुमार, मैरा के पैक्स अध्यक्ष ने पुत्र मनोज कुमार, नगर परिषद गोगरी पैक्स 3 के अध्यक्ष ने पुत्र उपेंद्र यादव, नगर परिषद गोगरी पैक्स 4 के अध्यक्ष ने पुत्र प्रियरंजन कुमार, पैकांत के पैक्स अध्यक्ष ने पुत्र पंकज कुमार शर्मा, रामपुर पंचायत में पैक्स अध्यक्ष ने पुत्र आनंद कुमार, नगर परिषद गोगरी पैक्स 2 के अध्यक्ष ने पत्नी रेखा देवी, पकरैल के पैक्स अध्यक्ष ने पुत्रबधू कंचन कुमारी, समसपुर के पैक्स अध्यक्ष ने भाई ललन कुमार, शेरचकला के पैक्स अध्यक्ष ने पत्नी श्वेता भारती को पैक्स प्रबंधक बनाया है. अन्य पंचायत की जानकारी लिया जा रहा है. बताया जाता है कि सभी पैक्स में वित्तीय हिसाब के साथ ही पैक्स प्रबंधन को लेकर एक पैक्स प्रबंधक रखने का प्रावधान है. पैक्स अध्यक्ष ही प्रबंधक का चुनाव करते हैं. इस कारण अधिकतर पैक्स अध्यक्ष अपने बेटे या अन्य परिजन को ही पैक्स प्रबंधक नियुक्त कर लेते हैं. गड़बड़ी छुपाने के लिए परिजन को पैक्स प्रबंधक बनाया जाता है. गोगरी बीडीओ राजाराम पंडित ने बताया कि पैक्स प्रबंधक नियुक्त के लिए स्नातक उत्तीर्ण और परिजन सहित परिवार के करीबी से हटकर समाज का लोग होना जरूरी कर दिया गया है. परिजन को पैक्स प्रबंधक नहीं बनाने के लिए पैक्स अध्यक्ष को निर्देश दिया गया था.

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