Loading election data...

कोठिया गांव को गंगौर थाना में शामिल किए जाने के विरोध में सड़क पर उतरे लोग

विरोध में सड़क पर उतरे लोग

By Prabhat Khabar News Desk | September 8, 2024 11:13 PM

पहले मुफ्फसिल थाना के अधीन था कोठिया गांव, अब गंगौर थाना में शामिल

—–

खगड़िया-बखरी पथ चार घंटे तक जाम कर आवागमन किया बाधित

………….

गंगौर पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर हटाया जाम

………..

फोटो.19

केप्सन. सड़क जाम करते आक्रोशित लोग.

फोटो.20

केप्सन. आक्रोशित ग्रामीणों समझाते पुलिस अधिकारी.

प्रतिनिधि, खगड़िया

नगर परिषद क्षेत्र में कोठिया गांव को मुफस्सिल थाना से हटाकर गंगौर थाना में शामिल किए जाने के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर उतर कर हंगामा किया. रविवार को राम कोठिया के दर्जनों लोगों ने खगड़िया-बखरी पथ को जाम कर दिया. एक सुर में लोगों ने कोठिया को पहले की तरह मुफस्सिल थाना में शामिल करने की मांग को लेकर कड़ी धूप में करीब चार घंटे तक सड़क पर जमे रहे. लोगों के सड़क पर उतरने के कारण खगड़िया- बखरी पथ पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. देखते ही देखते सड़क की दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई. आवागमन बाधित हो जाने से लोगों को काफी परेशानी हुई. बताया जाता है कि करीब चार घंटे तक लोगों ने सड़क को जाम रखा. सड़क जाम की सूचना मिलने पर दल बल के साथ राम टोल कोठिया पहुंचकर गंगौर थानाध्यक्ष लाल बिहारी यादव ने लोगों को समझाकर जाम हटाया.

दूरी व सुरक्षा को लेकर लोगों में दिखी नाराजगी

खगड़िया-बखरी पथ का जाम करने में शामिल कोठिया वार्ड संख्या तीन निवासी विरेंद्र ठाकुर, विरेंद्र साह, कार्तिक कुमार, दशरथ यादव, फूदन यादव सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि कोठिया से मुफस्सिल थाना की दूरी 3-5 किमी तथा सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के कार्यालय की दूरी 2-3 किमी है. जबकि गंगौर थाना की दूरी 9-11 किमी तथा अलौली डीएसपी कार्यालय की दूरी 20-22 किमी है. कोठिया को गंगौर थाना में शामिल कर दिये जाने के बाद अब प्राथमिकी दर्ज कराने गंगौर तथा डीएसी से न्याय मांगने के लिए अलौली जाना पड़ेगा. तीन गुणा दूरी बढ़ जाने के साथ- साथ लोगों की असुरक्षा भी बढ़ जाएगी. ग्रामीणों ने बताया कि कोठिया को गंगौर थाना से हटाने के लिए की मांग को लेकर सड़क जाम किया गया है. लोगों ने बताया कि कोठिया को नगर परिषद में शामिल किया गया है. लेकिन सुविधाएं ग्रामीण इलाके की देने की कोशिश की जा रही है. नगर परिषद क्षेत्र में थाना व अनुमंडल पुलिस कार्यालय है. लेकिन नगर परिषद क्षेत्र के कोठिया गांव को गंगौर थाना व अलौली पुलिस अनुमंडल कार्यालय से जोड़ दिया गया. यदि समय रहते थाना परिसीमन में सुधार नहीं किया जाएगा तो इलाके के लोग आंदोलन करेंगे.

…………..

विधानसभा में उठाया गया था थाना परिसीमन का मामला: विधायक

फोटो.22

केप्सन. छत्रपति यादव, सदर विधायक

खगड़िया. सदर विधायक छत्रपति यादव ने बताया कि थाना परिसीमन का मामला विधानसभा में उठाया गया था. विधायक छत्रपति ने बताया कि विधानसभा में थाना परिसीमन का मामला विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष उठाया गया था. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान मोरकाही थाना क्षेत्र में माड़र उत्तरी, माड़र दक्षिणी, रसोक, बछौता और माड़र पंचायत की सीमाओं के अलावा उत्तर माड़र पंचायत की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए तत्काल में कई वर्षों से सामाजिक सौहार्द वातावरण बनाए रखने के लिए ग्राम छमसिया में पुलिस पिकेट की व्यवस्था भी है. मोरकाही थाना को सदर पुलिस सर्किल में रहने दिए जाने का निर्णय होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सदर विधानसभा क्षेत्र के ओलापुर गंगौर, जलकौड़ा, लाभगांव, कासिमपुर, कोठिया, मथुरापुर,भदास दक्षिण एवं उतरी, बछौता सहित कई गांव सदर पुलिस अनुमंडल से जुड़ा हुआ था. लेकिन अब अलौली अनुमंडल पुलिस कार्यालय से जोड़ दिया गया है. इसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. विधायक ने भदास या बछौता में थाना या ओपी स्थापित करने के लिए वर्तमान मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, सचिव, गृह विभाग, उप महानिरीक्षक को पत्र लिखकर अवगत कराया था.

……………….

अपराधियों पर नकेल कसने के लिए कोठिया में सहायक थाना का हो निर्माण:जयंती पटेल

प्राथमिकता के साथ लगा दें सर

……….

फोटो.23

केप्सन. जयंती पटेल, भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता

खगड़िया. भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता जयंती पटेल ने कहा कि अपराधियों पर नकेल कसने के लिए कोठिया में सहायक थाना का निर्माण किया जाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि ओलापुर गंगौर, जलकौड़ा, लाभगांव, कोठिया सहित कई ग्रामीण इलाके का अलौली अनुमंडल पुलिस कार्यालय बना दिया गया है. जिसके कारण लोगों को आर्थिक व मानसिक परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि कोठिया के लोगों को मुफस्सिल थाना जाना आसान है. जबकि गंगौर थाना कठिन है. शहर में अनुमंडल पुलिस कार्यालय है. कोठिया के साथ गंगौर तक के लोगों को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से न्याय मांगने के लिए 30 किलोमीटर दूरी तय करना होगा. यदि किसी कारण बस अधिकारी से मुलाकात नहीं हुई तो लौटना पड़ेगा. पूरे दिन समय बर्बाद होगा. सुरक्षा की गारंटी नहीं होगी. इसलिए पूर्व में जिस स्थिति में थाना इलाका था. उसी स्थिति में रखा जाय. ताकि लोगों को कठिनाई नहीं हो. उन्होंने कहा कि लोगों को परेशानी होने के बाद रविवार को कोठिया में सड़क जाम करना पड़ा. थाना परिसीमन में सुधार करना आवश्यक है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version