गर्मी में बाधित बिजली से लोग परेशान
गर्मी में बाधित बिजली से लोग परेशान
प्रतिनिधि, गोगरी लोड शेडिंग व उमस भरी गर्मी के बीच लोड पड़ने से शहर से लेकर गांव तक बिजली की आपूर्ति चरमरा गयी है. क्षेत्र में फीडर बदल बदल कर जहां बिजली आपूर्ति का प्रयास विभाग द्वारा किया जा रहा है. दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली काटे जाने से किसानों को परेशानी हो रही है. एक सप्ताह से लोड शेडिंग व उमस भरी गर्मी के बीच लोड ज्यादा बढ़ जाने के कारण बिजली की आंख मिचौनी से रात में रतजगा करने से छात्र-छात्राएं बुजुर्गों व गृहणियों के कई तरह के कार्य प्रभावित हो रहे हैं. नियत समय रात में तीन से पांच घंटे तक बिजली कट जाने से लोगों की परेशानी इतनी बढ़ गयी है. नींद पूरा नहीं होने से सिर चक्कराने की बीमारी घर कर जा रहा है. सिर चकराने की समस्या से लगभग हर घर परेशान हैं. गुरुवार की रात में भी हर एक घंटे के बाद एक घंटे के लिए विभिन्न फीडर में बिजली की सप्लाई काट कर की गयी. गोगरी के कनीय विद्युत अभियंता गंगासागर के अनुसार बरबास ग्रिड को शिरनियां व झंझरा पीएसएस के लिए मात्र पांच मेगावाट बिजली मिली थी. इसलिए इन पीएसएस से जुड़े फीडरों को रोटेशन पर चलाया जा रहा था. विभागीय अधिकारी से उपभोक्ता व्हाट्सएप व सोशल मीडिया के माध्यम से बिजली काटे जाने से आक्रोशित होकर कई तरह के सवाल कर रहे थे, लेकिन इसका जवाब विद्युत अधिकारियों ने नहीं दिया. हालांकि कभी-कभी मानव बल के द्वारा बिजली आने का सांत्वना दिया जाता था, लेकिन गुरुवार की रात बिजली की आंख मिचौनी के कारण लोगों ने रतजगा कर रात काटी. उपभोक्ताओं का कहना था कि बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने में भी विभाग के लोगों द्वारा सौतेला व्यवहार किया गया है. रसुखदार लोगों के यहां अभी भी स्मार्ट मीटर नहीं लगा है,जबकि गरीब तबके के लोग अधिक बिल आने की समस्या से हमेशा से जूझते नजर आ रहे हैं. उपभोक्ताओं का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली का बिल ज्यादा आता है. लोगों का कहना है कि दिन में किसी तरह बिजली आपूर्ति ठीक ठाक रहता है. रात में पांच दिनों से लगातार बिजली कट जाने से परेशान हैं. इतना ही नहीं बिजली के ट्रिपिंग के कारण लॉ वोल्टेज की समस्या से उमस भरी गर्मी में रात काटना मुश्किल हो रहा है. उपभोक्ताओं ने कहा कि बिजली में सुधार नहीं होने पर बिजली विभाग के विरुद्ध आंदोलन किया जायेगा.
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