खुलासा: इलाज के नाम पर मरीजों के जीवन के साथ हो रहे खिलवाड़ देख जांच टीम भौचक

अवैध तरीके से संचालित दो अल्ट्रासाउंड सेंटर को जांच टीम ने किया सील

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2024 10:21 PM

अवैध तरीके से संचालित दो अल्ट्रासाउंड सेंटर को जांच टीम ने किया सील

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नियम कायदे के संचालित किए जा रहे नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड सेंटर देख जांच टीम बिफरी

खगड़िया. इलाज के नाम पर मरीजों के जीवन के साथ हो रहे खिलवाड़ देख जांच टीम भौचक रह गयी. बुधवार को डीएम द्वारा गठित जांच टीम ने शहर में अवैध तरीके से संचालित नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की. जांच टीम ने दो अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर दिया. जांच टीम में शामिल सिविल सर्जन डॉ. राम नारायण चौधरी, जिला परिवहन पदाधिकारी विकास कुमार, वरीय उपसमाहर्ता सह सदर अंचल सीओ कौशिकी कुमारी, सदर पीएचसी प्रभारी ने अवैध रूप से संचालित मां सुशीला अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर दिया. मछली भवन के समीप संचालित रश्मि अल्ट्रासाउंड में ताला लगाकर कागजात प्रस्तुत करने का आदेश दिया. जांच टीम द्वारा अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किए जाने से फर्जी तरीके से संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालक बंद कर फरार हो गया. शहर में अवैध तरीके से संचालित नर्सिंग होम भी बुधवार को बंद रहा.

अशर्फी मेमोरियल नर्सिंग होम में नहीं मिले डॉक्टर

शहर के बबुआ गंज दुर्गा स्थान के समीप वर्षों से संचालित अशर्फी मेमोरियल नर्सिंग होम में जांच टीम को डॉक्टर नहीं मिला. डॉक्टर के नाम पर पूनम कुमारी मौजूद थी. जांच टीम द्वारा नर्सिंग होम के प्रसव कक्ष, अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की गयी. टीम द्वारा नर्सिंग होम में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों की सूची मांगी गयी. भर्ती मरीजों का बीएचटी मांगी गयी. लेकिन नर्सिंग होम के सुरेश पोद्दार द्वारा बताया कि अभी नहीं मिल रहा है. उनके पुत्र डॉक्टर हैं. बेगूसराय से आएंगे तब भर्ती मरीजों की सूची के अलावे सभी जानकारी दे पाएंगे. इस दौरान जांच टीम द्वारा कहा गया कि वह एक भी पेपर नहीं दिखा रहे हैं. सिर्फ समय बर्बाद कर रहे हैं. जांच टीम द्वारा मरीजों से पूछताछ के बाद लौट गयी.

नहीं था लाइसेंस, कर रहा था एक्सरे

मिल रोड में बिना लाइसेंस का बीते एक साल से एक्सरे किया जा रहा था. जांच टीम ने मिल रोड स्थित भगवती डिजिटल एक्सरे की जांच की. संचालक निर्दोष कुमार बताया गया कि लाइसेंस के लिए एक साल पहले आवेदन दिए थे. अनुमति नहीं मिला. जांच टीम ने बंद करने का आदेश दिया. जांच टीम ने इमेज अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की. कागजात दुरुस्त मिलने पर निकल गये.

डॉक्टर अर्णव आलोक के हॉस्पिटल की हुई जांच

मिल रोड में बीते पांच वर्षों से बिना लाइसेंस के संचालित डॉ अर्णव आलोक से जांच टीम ने पूछताछ की. सिविल सर्जन से डॉ अर्णव आलोक से पूछा कि अस्पताल में मरीज है. इलाज में उपयोग किए जा रहे मशीन उपलब्ध है. लेकिन अब तक रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं लिया गया है. डॉ आलोक द्वारा बताया गया कि वह रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किए हैं. लेकिन अब तक नहीं मिला है. सिविल सर्जन ने कहा कि पिछले बार भी जांच के दौरान आप ने कहा था कि आवेदन किए हैं. लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है. तो पांच वर्षों से कैसे चला रहें हैं. उन्होंने कहा कि मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

बिना लाइसेंस का चल रहा था अल्ट्रासाउंड

मिल रोड मार्शल गली में बिना लाइसेंस का अल्ट्रासाउंड चल रहा था. एडवांस अल्ट्रासाउंड के संचालक दिलीप कुमार द्वारा अल्ट्रासाउंड किया जा रहा था. जांच टीम द्वारा जेल भेज देने की धमकी दिए जाने पर संचालक द्वारा माफी मांग लिया गया. लाइसेंस मांगने पर बताया गया कि फरवरी 2024 में ही लाइसेंस की अवधि समाप्त हो गयी है. बिना लाइसेंस का चला रहें हैं. जांच टीम में शामिल डीटीओ ने सील करने का आदेश सीओ को दिया. इसी दौरान जांच टीम द्वारा शिवम जांच घर की जांच की गयी.

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