महर्षि मेंही की 140 वी जयंती पर निकाली गयी प्रभातफेरी

महर्षि मेंही की 140 वी जयंती पर निकाली गयी प्रभातफेरी

By Prabhat Khabar News Desk | May 22, 2024 5:55 PM

बेलदौर. नपं के बाजार समेत आसपास के इलाके में संत महर्षि मेंही परमहंस महाराज की 140 वी जयंती के अवसर पर प्रभात फेरी निकालकर इनके संदेश से लोगों को अवगत कराया गया. जानकारी के मुताबिक बुधवार की अहले सुबह नपं बेलदौर के महर्षि मेंही आश्रम से गाजे बाजे के साथ प्रभात फेरी निकाली गई. प्रभात फेरी में सत्संग प्रेमियों के द्वारा गुरु की महिमा का गुणगान करते हुए गंतव्य स्थान पर पहुंचकर प्रभात फेरी को विराम दिया गया. वही प्रभात फेरी में प्रखंड क्षेत्र से सैकड़ों सतसंगी मौजूद थे. नगर पंचायत बेलदौर के महर्षि मेंही आश्रम के गौतम बाबा ने बताया कि प्रभात फेरी में महर्षि मेंही की आदमकद तस्वीर व गाजे बजे के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु विभिन्न गांव से पहुंचकर गुरु की महिमा का गुणगान करते हुए संतमत का अमर संदेश दिया. इस दौरान बताया कि संत महर्षि मेंही परमहंस महाराज की 140 वीं जयंती के अवसर पर कई विशेष कार्यक्रम का आयोजन महर्षि मेंही आश्रम में किया गया है. बताते चलें कि दोपहर के करीब 3 बजे के बाद से महर्षि मेंही आश्रम में सतसंग प्रेमियों द्वारा ध्यान योग का आयोजन किया गया. वही ध्यान योग में मुख्य तौर से बाबा बिसरी बाबा, तपेश्वर बाबा, श्रद्धालु शंकर शर्मा, रमेश शर्मा, दीप नारायण ठाकुर, सुबोध कुमार, रमाकांत साह, पवन साह, अनिरूद्ध शर्मा, सत्यनारायण शर्मा समेत दर्जनों सत्संग प्रेमी मौजूद थे.

रसौंक में मनायी गयी महर्षि मेंही परमहंस की जयंती

खगड़िया . सदर प्रखंड के रसौंक पंचायत स्थित सतसंग मंदिर में संत सदगुरु महर्षि मेंही परमहंस की जयंती मनायी गयी. जयंती के अवसर पर बुधवार को गांव में झांकी निकाली गयी. श्रद्धालुओं द्वारा जयघोष करते हुए गाजे बाजे के साथ रसौंक, नवटोलिया, माड़र उत्तरी पंचायत के शहीद प्रभुनारायण चौक, सबलपुर, माड़र दक्षिणी पंचायत के मोती सिंह चौक, जलाल नगर के बाद पुन सतसंग मंदिर में पहुंचकर स्तूति प्रार्थना की. प्रवचनकर्ता ने संत सदगुरु के जीवनी, चरित्र तथा उनके परमात्मा के साथ साक्षात्कार के बाद ज्ञान प्रचार के अद्भुत कार्य की चर्चा की. 20वीं सदी में उनके द्वारा सर्व-धर्म समन्वय तथा ज्ञान युक्त योग द्वारा भक्ति करने का प्रचार किया. उनके द्वारा प्रदत्त बिन्दु ध्यान तथा नाद ध्यान विधि द्वारा अपने अंतर में परमात्मा को प्रत्यक्ष करने के दृढ़ता से प्रचार किया. कहा कि उनके पांच निषेध कर्म झूठ, चोरी, नशा हिंसा से विचार से दूर रहते हुए पांच विधि कर्म करने के लिए कहा गया. मौके पर विजय पौद्दार, वकील शर्मा, शंकर पौद्दार, रिंकज यादव, कैलू साह, अमरजीत कुमार,सोनू कुमार, गौतम कुमार साह आदि उपस्थित थे.

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