गोगरी गंगा का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है. जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ प्रभावित पंचायतों में बाढ़ पीड़ितों की परेशानी परेशानी बढ़ने लगी है. सोमवार को जलस्तर में सात सेंटीमीटर की वृद्धि हो गयी है. जलस्तर बढ़ने से प्रभावित इलाके के सैकड़ों घरों में फिर से बाढ़ का पानी घुस गया है. कई बाढ़ पीड़ित परिवार जीएन बांध पर ही अपना शरण स्थली बना चुके हैं. गोगरी प्रखंड के बोरना पंचायत के दर्जन भर से अधिक परिवार बाढ़ के कारण जीएन बांध पर विस्थापित होकर बांध पर पहुंच गये हैं. बांध पर आशियाना बना कर बाढ़ पीड़ित तो रह रहे हैं, लेकिन बारिश होने पर इनकी परेशानी और भी बढ़ जाती है. यही स्थिति कई अन्य पंचायतों के बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों का भी है. गोगरी नगर परिषद इलाके के शारदा नगर व मीरगंज में भी बाढ़ पीड़ित विस्थापित हो बांध के बगल में शरण लिए हुए हैं. बोरना पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि नासीर इकबाल ने कहा कि बाढ़ के कारण विस्थापित परिवार के लिए जीएन बांध पर कई चापाकल व कई शौचालय का निर्माण किया गया है. बाढ़ पीड़ित परिवार को सरकार के तरफ से सुविधा उपलब्ध कराया गया है. गोगरी प्रखंड के बोरना, झिकटिया, बन्नी, रामपुर, गोगरी, ईटहरी पंचायत के दर्जन भर से अधिक गांव में बाढ़ को लेकर लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ से प्रभावित परिवारों के लिए अभी तक सरकार की ओर से दी जाने वाली मदद का इंतजार है. बाढ़ प्रभावित इलाके में लोगों को पेयजल की भी समस्या हो रही है.
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