अगर संतों का संग नहीं मिले, तो उनकी वाणी का नियमित करें पाठ
अगर संतों का संग नहीं मिले, तो उनकी वाणी का नियमित करें पाठ
पसराहा. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सौढ़ उत्तरी पंचायत के बुद्धनगर भरतखंड गांव एक दिवसीय संतमत सत्संग का आयोजन किया गया. शिक्षक राधेश्याम साह के आवास पर आयोजित सत्संग में अमर बाबा ने भाग लिया. राधेश्याम साह ने कहा कि संतमत सत्संग के आयोजन से गांव में समृद्धि के साथ-साथ आपसी भाईचारा बढ़ता है. कार्यक्रम का संचालन शिक्षक सिद्धार्थ कुमार ने किया. अमर बाबा ने कहा कि मनुष्य को सदैव सत्संग में आकर ज्ञान प्राप्त करना चाहिए. अगर संतों का संग नहीं मिले तो उनकी वाणी का पाठ नियमित रूप से करना चाहिए. संत अमर बाबा ने कहा कि परमात्मा वाणी का विषय नहीं है. परमात्मा की प्राप्ति आत्मा से ही संभव है. साधक अपनी सत्य निष्ठा की साधना से ईश्वर को प्राप्त कर मोक्ष प्राप्त कर सकता है. शिक्षक सिद्धार्थ ने कहा कि मानव जीवन में मोक्ष का मार्ग भगवत भजन से ही संभव है. मनुष्य को अपने व्यस्ततम समय में भी कुछ वक्त निकालकर ईश्वर भक्ति करनी चाहिए. इससे संतोष का भाव और आत्म तृप्ति मिलती है. संपत्ति और विपत्ति आती जाती रहती है. संतमत सत्संग का मुख्य उद्देश्य ईश्वर भक्ति के साथ साथ सदाचार का पालन करने का संदेश देना है. संतमत में दीक्षित होने के लिए छह महीने पहले से ही शाकाहारी बनना होता है. हर तरह के नशीली पदार्थों का त्याग करना होता है. शिक्षक उपेंद्र शास्त्री ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान आध्यात्मिक भजन, स्तुति, विनती, रामचरित मानस पाठ, प्रवचन का आयोजन किया गया. महापुरुषों के संग से जीव का परम कल्याण होता है. मौके पर गोपाल यादव, श्रवण कुमार साह, मनोरंजन, निलेश, उत्कर्ष कुमार, सार्थक राज, नित्यानंद यादव, कपिलदेव यादव, देव कुमार यादव, राजकिशोर जायसवाल, मंटू यादव, मनोज कुमार सिंह, गौरव कुमार, प्रयाग कुमार आदि मौजूद थे.
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