Fake Clinics Busted in Khagaria: एमओआइसी के साथ पुलिस ने की छापेमारी, क्लीनिक संचालकों पर दर्ज होगा केस खगड़िया/अलौली. फर्जी क्लीनिक संचालकों पर पुलिस-प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. बुधवार को मैदान में उतरी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने थाना पुलिस के साथ चार फर्जी क्लीनिकों में छापेमारी की. जहां ऐलास चौक पर बैजू क्लीनिक व दवा दुकान,सहारा क्लीनिक,ततवन क्लीनिक तथा छोटी सिमराहा में वर्मा क्लीनिक में छापेमारी की. इस दौरान गैरकानूनी ढंग से इलाज करने का खुलासा हुआ. जिसके बाद इन नर्सिंग होम संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है. इधर, अचानक निजी नर्सिंग होम में छापेमारी की खबर इलाके में आग की तरह फैल गयी.
Fake Clinics Busted in Khagaria: स्वास्थ्य माफिया फरार
ऐसे स्वास्थ्य संस्थानों के शटर धड़ाधड़ बंद कर संचालक सहित स्वास्थ्य माफिया फरार हो गये. जानकारी अनुसार अलौली के दूर-दराज में संचालित फर्जी नर्सिंग होम में जांच के दौरान मौजूद मरीजों का बयान भी रिकाॅर्ड किया गया है. प्रशासन की सख्ती से फर्जी क्लीनिक संचालकों सहित स्वास्थ्य माफियाओं में हड़कंप व्याप्त है. झोपड़ी में चल रहा था ऑपरेशन थियेटर स्वास्थ्य विभाग व पुलिस ने बुधवार को अलौली प्रखंड के ऐलास चौक, छोटी सिमराहा पहुंचकर छापेमारी की.
Also read: स्पेशल ट्रेन की सौगात! त्योहारों पर सफर आसान, सीधी सेवाओं की मांग जोर पकड़ रही
स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से हड़कंप मच गया. प्रभात खबर में खबर प्रकाशित होने पर जिला प्रशासन हरकत में आया. डीएम अमित कुमार पांडे ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुये सीएस को कार्रवाई का निर्देश दिया. जिसके बाद अलौली के प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम ने थाना पुलिस के साथ बुधवार को टीम के साथ फर्जी डॉक्टरों की क्लीनिक पर छापेमारी की.
Fake Clinics Busted in Khagaria: डॉक्टर के पास न डिग्री न लाइसेंस
इस दौरान सहारा क्लीनिक सहित अन्य नर्सिंग होम में कई गड़बड़ी सामने आयी. बता दें कि फर्जी नर्सिंग होम और क्लीनिक चलाने वाले आम मरीजों के जान से खिलवाड़ करने में परहेज नहीं करते हैं और पैसों के लालच में वह उनकी जान तक भी ले लेते हैं. क्षेत्र में ऐसे कई कथित डॉक्टर हैं, जिनके पास न डिग्री है न लाइसेंस फिर भी वे खुलेआम मौत बांट रहे हैं. छापेमारी दल में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ मनीष कुमार, अलौली थानाध्यक्ष समरेन्द्र कुमार, स्वास्थ्य कर्मी राम सज्जन यादव, रामहिलीस चौधरी, उदय शर्मा शामिल थे. प्रखंड मुख्यालय में संचालित हैं कई फर्जी नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड सेंटर वहीं प्रखड मुख्यालय में संचालित नामजद आरोपित फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटरों में छापेमारी नहीं की गयी.
Also read: Kolkata Doctor Murder Case: CBI ने घटना के दिन आरजी कर में तैनात दो गार्ड का किया पॉलीग्राफ टेस्ट
इसको लेकर चर्चा का बाजार गरम है. बताया जाता है कि राज अल्ट्रासाउंड जैसे कई जांच घर व नर्सिंग होम अभी भी प्रखंड मुख्यालय में सरकारी अस्पताल के आसपास चल रहे हैं, लेकिन बुधवार को टीम ने अस्पताल से सटे संचालित फर्जी नर्सिंग होम व जांच घरों में छापेमारी नहीं की गयी. आरटीआइ कार्यकर्ता दीपक कुमार अकेला बताते हैं कि ये तो चिराग तले अंधेरा वाली बात है.