दखल दिहानी दिलाने पहुंची पुलिस पर पथराव, ग्रामीणों ने किया एनएच 107 जाम
पुलिस को देख लोगों का आक्रोश बढ़ गया. पुलिस को कुछ समय के लिए वापस लौटना पड़ा गया.
चौथम. थाना क्षेत्र के नौरंगा गांव में न्यायालय के आदेश पर दखल दिहानी दिलाने पहुंचे पुलिस पर लोगों ने पथराव व हाथापाई किया. बताया जाता है कि जमीन पर अतिक्रमण मुक्त करने गई पुलिस से स्थानीय लोगों के बीच हाथापाई हो गयी. इस दौरान स्थानीय लोगों का आक्रोश इस कदर बढ़ा की पुलिस पर भी पथराव शुरू कर दिया. पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. लोगों के गुस्से को देखकर पुलिस को कुछ समय के लिए वापस लौटना पड़ा. दरअसल नौरंगा बाद संख्या 10/ 1986 के एक मामले में न्यायालय के आदेश पर रविवार को कई थाने के पुलिस एवं अतिरिक्त पुलिस, महिला पुलिस 60 से 70 पुलिस बल की संख्या में अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंची. पुलिस द्वारा कुछ घर को भी तोड़े भी गये. पुलिस को देख लोगों का आक्रोश बढ़ गया. पुलिस को कुछ समय के लिए वापस लौटना पड़ा गया. मालूम हो कि न्यायालय द्वारा अतिक्रमण मुक्त करने की तिथि 15 दिसंबर को निर्धारित किया गया था. सीओ द्वारा सभी परिवारों को नोटिस भेजी गई थी. जिसके बाद नोटिस पाकर सभी परिवारों द्वारा सीओ से एक महीने का समय देने की मांग की गई थी. लोगों के आवेदन पर सीओ द्वारा न्यायालय से समय बढ़ाने की अपील मांग की गई थी. लेकिन न्यायालय द्वारा इसे खारिज कर दी गयी. न्यायालय द्वारा पूर्व में दिए गए तिथि को बरकरार रखा गया. न्यायालय के आदेश पालन करने के लिए पहुंचे सीओ रवि राज एवं चौथम थाना अध्यक्ष राजीव कुमार मंडल पुलिस बल अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंची थी. लेकिन स्थानीय लोगों की भूमिका अराजक हो गई और पुलिस के साथ भिड़ंत कर दी गयी. इधर इस मामले में उक्त भूमि पर बसे वासिंदों द्वारा कहा गया कि हम लोग 80 बरस से यहां रह रहे हैं. हमारे छोटे-छोटे बच्चे हैं. हम लोग इसको कहां लेकर जाएंगे. लोगों द्वारा पुलिस पर ही आरोप लगाते हुए बताया गया कि पुलिस जैसे ही अतिक्रमण मुक्त करने पहुंची स्थानीय लोगों महिला पुरुषों द्वारा इसका विरोध किया गया. पुलिस द्वारा लोगों पर लाठी चार्ज कर दिया गया. जिसमें कई महिला पुरुष के चोटिल होने की बात कही गयी. इसी का विरोध करते हुए ग्रामीणों द्वारा एनएच 107 को जाम कर दिया. सड़क जाम रहने के कारण रोड के दोनों किनारे पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. यात्रियों को परेशानी का सामना करना पर रहा था. चौथम सीओ रविराज ने बताया कि लोगों को पहले ही नोटिस की जा चुकी है. लोगों द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाया गया. पुलिस हटाने गई तो पुलिस पर महिलाओं व पुरुषों द्वारा पथराव एवं मारपीट की गयी. सीओ द्वारा कहा गया कि न्यायालय का आदेश है हर हाल में पालन करना होगा. हालांकि समाचार प्रेषित होने तक जिले से अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की गई थी. लेकिन लोग भी अरे हुए थे. बताते चले कि एनएच 107 के किनारे दशकों से घर बनाकर रह रहे हैं.
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