टीकापुर में बूढ़ी गंडक नदी पर पुल निर्माण की सुगबुगाहट शुरु
यह पुल बन जाने के बाद आसपास के कई गांवों के हजारों लोगों को सीधा फायदा होगा
टीकाराम के लोगों में है खुशी, मायूस हैं खड़गी तिरासी के लोग
खगड़िया. मानसी प्रखण्ड के टीकापुर में बूढ़ी गंडक नदी पर पुल निर्माण की सुगबुगाहट शुरु होने से लोगों में खुशी का माहौल है. यह पुल बन जाने के बाद आसपास के कई गांवों के हजारों लोगों को सीधा फायदा होगा. जो लोग अभी जान जोखिम में डालकर अभी नदी पार कर खगड़िया-मानसी पहुंचते हैं, वो पुल बनने के बाद बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच पाएंगे. पुल से बड़ा फायदा इस क्षेत्र के किसानों को होगा. अभी नाव से खाद्य ,बीज खेत तक ले जाने एवं फसल को खेत से घर तक लाने वाले किसान को पुल बन जाने के बड़ी राहत मिलेगी. यूं कहें कि घंटों का समय लोग मिनटों में लोग तय कर लेंगे.
2019 में ही पूर्ण कराने का था लक्ष्य
टीकाराम में साल में पुल निर्माण की स्वीकृति मिली थी. 2019 तक पुल का निर्माण पूर्ण होना था, लेकिन संवेदक की लापरवाही के कारण पुल अधूरा रह गया. कई महीने तक पुल का निर्माण बाधित रहा. जिसके बाद संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई (ब्लैक लिस्टेड एवं सिक्योरिटी मनी जब्त.) की गयी. सामाजिक कार्यकर्ताओं की लगातार मांग के बाद अधूरे पुल निर्माण के लिए दोबारा टेंडर निकाला गया.अधूरे कार्य पूर्ण कराने में 20.44 करोड़ रुपये खर्च होंगे
कार्य पूर्ण कराने के लिए दो साल का समय-सीमा निर्धारित किया गया है. बता दें कि पहले एप्रोच पथ का कार्य फिर बरसात के बाद अधूरे पुल का कार्य शुरु कराया जाएगा. इधर दोबारा टेंडर/कार्य की सुगबुगाहट शुरू होने से लोगों में खुशी है.
पुल नहीं बनने से खड़गी व चक्कीपार के लोगों में छाई है मायूसी
टीका रामपुर के लोग जहां खुश हैं, वहीं सदर प्रखण्ड में दो जगहों पर पुल का निर्माण अधर में लटक जाने से लोगों में गहरी नाराजगी है. हम बात कर रहे हैं कि खड़गी तिरासी एवं ओलापुर-चक्कीपार घाट पर बनने वाले पुल की. दोनों जगहों पर पुल निर्माण पर 26.79 करोड़ की लागत पुल/एप्रोच सड़क का निर्माण होना था. तिरासी घाट पर पुल निर्माण में जहां 13 करोड़ 66 लाख की लागत से पुल का निर्माण होना था, वहीं ओलापुर- चक्कीपार घाट पर 13 करोड़ 13 लाख से पुल पुल निर्माण के लिए टेंडर निकाले गए थे. अप्रैल 2024 तक बुढ़ी गंडक के इन दोनों नदी घाटों पर पुल बनकर तैयार होना था. लेकिन संवेदक लक्ष्य पूरा करने में असफल रहे. खड़गी तिरासी घाट पर जहां पुल निर्माण पर चार-पांच आधा-अधूरा पाया बनाकर कार्य रोक दिया गया. वहीं ओलापुर-चक्कीपार घाट पर तो बीते दो-ढ़ाई साल के दौरान कार्य आरंभ भी नहीं किया गया. यहां सिर्फ शिलान्यास एवं बोर्ड टांगा गया था. बता दें कि संवेदक कार्य रोके हुए हैं. इनसे स्पष्टीकरण सहित कार्रवाई को लेकर विभागीय अभियंता के द्वारा राज्य स्तर पर पत्राचार भी किया गया है. इन दोनों जगहों पर पुल का निर्माण अधर में लटक जाने से गंडक के दक्षिण ओर स्थित चक्कीपार, हरदिया, चौकी सादपुर, खड़गी तिरासी के साथ-साथ गंडक के उत्तरी ओर स्थित ओलापुर, गंगौर, चंदपुरा, जलकौड़ा, शोभनी, मनवोध टोल, गंगिया गांवों के लोग मायूस हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है