प्रतिनिधि, खगड़िया ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी भूमि पर खेल मैदान बनाये जा रहे हैं. खेल मैदान बनाये जाने से सभी उम्र के लोगों को फायदा होगा. खेल मैदान से सर्वाधिक फायदा ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे लाखों युवाओं को होगा. बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों/युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. खेल में इनकी प्रतिभा झलकती है, लेकिन खेल की सुविधा नहीं रहने के कारण उनकी प्रतिभा घर/ मुहल्लों में ही सिमटी रह जाती है. अब ऐसे प्रतिभावान बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए सरकार के द्वारा हरेक पंचायतों में खेल मैदान बनाए जा रहे हैं. खेल मैदान का निर्माण का निर्माण मनरेगा योजना से कराये जायेंगे. अन्य जिलों के साथ – साथ खगड़िया जिले में भी खेल मैदान का निर्माण होगा.
जिले के 113 पंचायतों में खेल मैदान का निर्माण प्रस्तावित है. अच्छी बात यह है कि खेल मैदान बनाने की दिशा में खगड़िया जिले में जमीन की खोज से लेकर प्रशासनिक स्वीकृति का कार्य तेजी से हो रहा है. डीडीसी अभिषेक पलासिया ने बताया कि सातों प्रखंडों के 68 पंचायतों में खेल मैदान के लिए एक से चार एकड़ भूमि की खोज कर ली गयी है, जिसमें 61 पंचायतों में खेल मैदान निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति भी दे दी गयी है. शेष 46 पंचायतों में खेल मैदान को लेकर जमीन की खोज जारी है. डीडीसी ने सभी सीओ के साथ बैठक कर उन्हें जल्द से जल्द जमीन खोजने के निर्देश दिये हैं. जिसके कि बचे पंचायतों में भी खेल मैदान का निर्माण कराया जा सके.
छोटे, मध्यम व बड़े मैदान का होगा निर्माण
जमीन की उपलब्धता के अनुसार पंचायतों में खेल मैदान बनाये जा रहे हैं, जहां एक एकड़ से कम जमीन उपलब्ध है, वहां छोटे खेल मैदान, एक से डेढ़ एकड़ जमीन वाले पंचायतों में मध्यम तथा चार एकड़ जमीन उपलब्ध रहने पर बड़े खेल मैदान बनाये जायेंगे. डीडीसी ने बताया कि 33 पंचायतों छोटे खेल मैदान, 14 पंचायतों में मध्यम खेल मैदान तथा 21 पंचायतों में बड़े खेल मैदान के लिए जमीन चिन्हित किये जा चुके हैं.रनिंग ट्रैक भी बनेंगे खेल मैदान .
डीडीसी ने कहा कि तीन श्रेणी क्रमशः छोटे , मध्यम व बड़े खेल मैदान बनेंगे. इन खेल मैदान में बास्केट बॉल, बॉलीबॉल, बैडमिंटल खेलने की व्यवस्था होगी. यहां रनिंग ट्रैक भी बनेंगे. वहीं मैदान में खोखो, कबड्डी का भी मैदान और दर्शक दीर्घा भी बनेगा .मैदान बनाने की पहली प्राथमिकता पंचायत का सरकारी विद्यालय रखा गया है . अगर वहां ग्राउंड छोटा अथवा जमीन नहीं रहने पर पंचायत के अन्य जगहों पर सरकारी जमीन पर मैदान का निर्माण किया जा रहा है .
ग्रामीण क्षेत्र में खेल को मिलेगा बढ़ावा
पंचायत में खेल मैदान बनाने के पीछे का उद्देश्य है कि इसे ग्रामीण इलाके में खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा. वह अपनी प्रतिभा को निखार पायेंगे. वर्तमान समय में सुविधा व संसाधन के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे युवाओं को अवसर नहीं मिल पाता है. अभ्यास करने तक की जगह नहीं है,ऐसे में वो बेहतर नहीं पाते हैं. लेकिन हर पंचायत में खेल मैदान का निर्माण हो जाने के बाद युवाओं को काफी सहूलियत मिलेगी.
स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उपयोगी होगा खेल मैदान
खेल मैदान से युवाओं के अलावे व्यस्क / बुजुर्गों को भी फायदा मिलेगा. खेल मैदान रहने से ग्रामीण इलाके के लोग भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंगे. लोगों को मॉर्निंग व इवनिंग वॉक करने के लिए भी एक बेहतर स्थल उपलब्ध हो पायेगा. ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदान नहीं रहने से लोगों को सड़क पर मॉर्निंग तथा इवनिंग वॉक करना पड़ता है. जहां अक्सर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
डीडीसी ने कहा कि जिले के सभी 113 पंचायतों में कम से कम एक खेल मैदान का निर्माण होना है. पर्याप्त जमीन उपलब्ध रहने की स्थिति में पंचायतों में एक से अधिक भी खेल मैदान बनाये जायेंगे. एक खेल मैदान निर्माण पर 8-10 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है. मनरेगा योजना से खेल मैदान का निर्माण होना है. जिले में बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूरों को खेल मैदान निर्माण में रोजगार मिलेंगे.प्रखंड वार खेल मैदान की स्थिति
प्रखंड कुल पंचायत चिन्हित स्थल स्वीकृति अलौली 20 10 8 बेलदौर 15 16 15 चौथम 13 6 6 गोगरी 20 10 9 खगड़िया 21 10 10 मानसी 5 3 3 परवत्ता 19 13 10 कुल 113 68 61 इन पंचायतों में खेल मैदान के लिए जमीन चिन्हित खगड़िया- बरैय ,बेला सिमरी,भदास उत्तरी,धुसमुरी विसनपुर,गौड़ाशक्ति,कासिमपुर,माड़र दक्षिण, ओलापुर गंगौर,रहीमपुर दक्षिण व रहीमपुर मध्य. अलौली-अम्बा ईचरुआ,बहादुरपुर, छिलकौड़ी, दहमा खैरी खुटहा, गोरियामी , गौड़ाचक , हरिपुर , मेघोना, शुम्भा व सिमराहा. मानसी प्रखंड – बलहा,पूर्वी ठाठा,सैदपुर.चौथम प्रखंड- बुच्चा,चौथम,घुतौली,पूर्वी बोरने,नीरपुर व पीपरा.
गोगरी प्रखंड- बासुदेवपुर,बोरना,देवठा,इटहरी,कोयला महेशखूंट,पकरैल,पसराहा,समसपुर व शेर चकला.
परबत्ता प्रखंड- बैसा,भरसों,दरियापुर भेलवा, कवेला, कोलवारा,माधवपुर,महद्दीपुर,पीपरा लतीफ,सौर उत्तरी,सौर दक्षिणी,सियादतपुर अगुवानी व तेमथा करारी.बेलदौर प्रखंड- बलैठा ,बेला नवाद,बोबिल(दो जगह), चोढली, दिघोन,डुमरी,इतमादी,कंजरी,महिनाथ नगर , माली,पचौथ,पीरनगरा,सकरोहर व तेलिहार.
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जिले के 113 पंचायतों में खेल मैदान का निर्माण प्रस्तावित है. प्रत्येक पंचायत में कम-से-कम एक खेल मैदान बनाने का लक्ष्य रखा गया है. जमीन उपलब्ध रहने पर एक से अधिक भी मैदान बनाये जायेंगे . 68 पंचायतों में जमीन चिन्हित कर लिये गये हैं , जबकि 61 खेल मैदान निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है. शेष बचे जिले के 46 पंचायतों में जमीन की खोज करने को लेकर सीओ को निर्देशित किया जा चुका है. हरेक पंचायतों में खेल मैदान बनने के बाद खेल को बढ़ावा मिलेगा . युवा खेल के क्षेत्र भी अपना करियर बना सकेंगे . अभिषेक पलासिया, डीडीसी .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है