सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व नहीं समझ रहे जिलेवासी
खगड़िया : जिले में लॉकडाउन है. इस बीच शहर की मुख्य सड़कें और चौराहों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. लेकिन सब्जी मंडी की भीड़ कमने का नाम नहीं ले रही है. मछली मंडी में भीड़ जरूर कम है लेकिन जितने ही लोग वहां मछली की खरीदारी करने पहुंचते है सभी 80 प्रतिशत से अधिक बिना […]
खगड़िया : जिले में लॉकडाउन है. इस बीच शहर की मुख्य सड़कें और चौराहों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. लेकिन सब्जी मंडी की भीड़ कमने का नाम नहीं ले रही है. मछली मंडी में भीड़ जरूर कम है लेकिन जितने ही लोग वहां मछली की खरीदारी करने पहुंचते है सभी 80 प्रतिशत से अधिक बिना मास्क के होते है. सोशल डिस्टेंसिग नाम की कोई चीज समझ नहीं आती है. वही दवा दुकानों और बैंक के बाहर सोशल डिस्टेंसिग देखा जा रहा है. शनिवार की सुबह टीवी चैनलों पर मॉल को छोड़ सभी दुकान खुलने की खबर सुनते ही बाजार में लोगों ने बहुत से दुकानें खोल दिये. वही लोगों को लगा कि दुकान खुलने के बाद बाजार में सामान मिलेगा ही जिसके बाद लोगों की भीड़ राजेन्द्र चौक पर लगने लगी.
वही रविवार को अक्षय तृतीया होने के कारण महिलाएं भी बाजार में अधिक संख्या में खरीदारी करने पहुंची थी. लेकिन बिहार सरकार द्वारा दुकानदार को फिलहाल रियायत नहीं देने के मिलने के खबर के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए बाजार को खाली कराया. जिसके बाद राजेंद्र चौक, माल गोदाम रोड से सब्जी के दुकानदार भागकर शहर के गलियों में दुकान लगा दिया. जिसके बाद सड़कों पर सन्नाटा छा गया. माइकिंग कर लोगों को किया जा रहा जागरूकजिला प्रशासन द्वारा शहर के राजेंद्र चौक पर माइकिंग के माध्यम से लोगों से बार-बार अपील किया जा रहा है कि वह अनावश्यक कारणों से बाजार में ना निकले.
लॉक डाउन का पालन करते हुए हर हमेशा सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें साथ ही कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए अनेकों प्रकार के तरीके बताए जा रहे हैं. वही माइकिंग के द्वारा ही लोगों को यह हिदायत भी दिया जा रहा है कि अगर आप अनावश्यक कारणों से बाजार घूमने निकलते हैं या बाइक पर एक व्यक्ति से अधिक लोग बैठकर सफर करते हैं तो आपको पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना पर सकता है. साथ ही वाहन को सीज कर लिया जायेगा. बावजूद इसके लोग मानने को तैयार नहीं है. खास करके सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सब्जी मंडी मछली मंडी सब्जी के ठेले वाले सब्जी खरीदते समय मुर्गा मंडी आदि जगहों पर नहीं की जा रही है.