सुबह से ही थी बेचैनी, साइबर कैफे पर 11 बजे से पहुंचने लगे छात्र
मैट्रिक परीक्षा का परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया गया. रिजल्ट जानने के लिए छात्रों में सुबह से उत्सुकता दिखे. शायद यही कारण है कि अधिकांश छात्रों ने परिणाम जानने के लिए पहले से ही मोबाइल में नेटपैक भरवा लिए थे. इसके अलावा साइबर कैफे पर बारी-बारी से छात्र पहुंचने लगे.
खगड़िया : मैट्रिक परीक्षा का परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया गया. रिजल्ट जानने के लिए छात्रों में सुबह से उत्सुकता दिखे. शायद यही कारण है कि अधिकांश छात्रों ने परिणाम जानने के लिए पहले से ही मोबाइल में नेटपैक भरवा लिए थे. इसके अलावा साइबर कैफे पर बारी-बारी से छात्र पहुंचने लगे. परीक्षार्थियों की रिजल्ट की बेकरारी को बिहार बोर्ड ने 62 दिन बाद रिजल्ट जारी कर दूर किया.
बिहार बोर्ड ने इस बार दोपहर 12:30 बजे घोषित रिजल्ट की घोषणा की. परीक्षार्थी समय पूर्व से साइबर जोन और इंटरनेट की दुकानों पर जमा हो गए. कैफे संचालक सुजीत कुमार ने बताया कि बिहार बोर्ड की वेबसाइट कुछ देर के लिए काम नहीं कर रहा था. इसके कारण छात्र-छात्रों में बैचेनी बढ़ रही थी. बोर्ड के वेबसाइट से कुछ समय के लिए परीक्षार्थियों को रिजल्ट जानना मुश्किल बना रहा. रिजल्ट को उत्सुक और बेकरार होते परीक्षार्थी एक जगह से दूसरी जगह तक चक्कर लगाते रहे थे. साइबर जोन और कंप्यूटर इंटरनेट की दुकान पर रिजल्ट के तनाव में छात्र मोबाइल फोन से लगातार जुड़े रहे.
सरवर से परेशानी के कारण छात्रों को अपना रिजल्ट देखने के लिए कुछ समय इंतजार भी करना पड़ा.रिजल्ट देख खुशी से झूम उठे छात्ररिजल्ट जारी होते ही वैसे घरों में जश्न का माहौल कायम हो गया जिनके बच्चे अच्छे अंक से परीक्षा पास की. इसके अलावे कई स्कूलों में भी इसी तरह का माहौल देखा गया. समूह में जुटे छात्र छात्रा खुशी से झूम उठे. कोई जश्न का सेल्फी तो किसी ने सफलता की खुशी में माता पिता के हाथ से मिठाई खाई.
कई छात्रों के चेहरे पर मायूसी भी देखी गई. इस बार भी बेटियों ने अच्छी सफलता हासिल की है. लेकिन बेटे भी किसी कम नहीं. इनकी सफलता ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि अगर उन्हें मौका दिया गया तो वह हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहरा मां-बाप का नाम रोशन करेंगे. माता पिता का घर के अन्य सदस्य सफलता पर अपने बेटे बेटी को मिठाई खिला उज्जवल भविष्य की कामना कर रहे हैं. सफल छात्रों में से किसी ने आइआइटीयन, तो कोई डॉक्टर व सीए बनने का ख्वाब देख रहे हैं. आईएएस आईपीएस सहित अन्य अधिकारी बन देश सेवा करने की भी इच्छा जाहिर कर रहे है. छात्रों ने सफलता के पीछे माता-पिता व शिक्षकों का कुशल मार्ग दर्शन को मुख्य कारण बताया.