साढ़े तीन फुट के दुल्हा, तीन फीट की दुल्हन

साढ़े तीन फुट के दुल्हा, तीन फीट की दुल्हन

By Prabhat Khabar News Desk | July 14, 2024 11:52 PM

परबत्ता के दुर्गा मंदिर में आयोजित अनोखी शादी इलाके में बनी चर्चा का विषय गांव के बुजुर्ग ने मंदिर पहुंच कर नव दंपति को दिया आशीर्वाद अंतरजातीय विवाह बधाईयों का लगा तांता, लोग सोशल मीडिया पर कर रहे तारीफ, दे रहे आशीर्वाद ——– फोटो.23 केप्सन. दुर्गा मंदिर में शादी की रस्म अदा करते दुल्हा-दुल्हन. पलटू झा/ परबत्ता महेशखूंट दुर्गा मंदिर में संपन्न शादी इन दिनों इलाके में चर्चा का विषय बन गया है. साढ़े तीन फीट के दुल्हा व सवा तीन फीट की दुल्हन की अनोखी शादी में आशीर्वाद देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा. बड़े बुजुर्ग ने कहा कि जोड़िया आसमान में बनती है, यहां तो सिर्फ मिलन होता है. बररहाल, भरसो ग्राम के रहने वाले हैं महेश्वर चौधरी के पुत्र व माधवपुर की बिटिया उषा की बीते 10 जुलाई को महेशखूंट दुर्गा मंदिर में धूमधाम से शादी हुई. यह शादी इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है. इतना ही नहीं लोग जमकर नवविवाहित जोड़ा को आशीर्वाद दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर शादी का वीडियो मशहूर हो चुका है . दरअसल भरसो ग्राम के रहने वाले हैं महेश्वर चौधरी के बेटे बिट्टू राजा की हाइट 3.50 फीट थी, सो शादी के लिए जोड़ी दुल्हन नहीं मिल रही थी. वहीं माधवपुर निवासी उषा बिटिया की लंबाई भी कम भी, सो शादी में दिक्कत आ रही थी. कहते हैं जोड़िया रब बनाते हैं, सो बिट्टु व उषा की शादी की बात चली, तय हो गयी, महेशखूंट दुर्गा मंदिर परिसर में मौजूद सैकड़ों लोग इस शादी के गवाह बने. हर कोई नयी जोड़ी को बधाई देते नजर आये. —————— जाति की दहलीज पार कर थामा हाथ शारीरिक रूप से कम हाइट होने के कारण दोनों परिवार अपने पुत्र व अपनी पुत्री की शादी को लेकर चिंतित थे. तभी कुछ ग्रामीणों की मदद से दोनों परिवार एक साथ लाकर विवाह का प्रस्ताव दिया गया. दोनों पक्ष राजी खुशी से रजामंद हो गये. इस बीच दोनों के अलग-अलग जाति होने की बात सामने आयी तो दोनों परिवारों ने जातिवादी मान्यताओं को दरकिनार कर मिसाल पेश की. बिट्टू कुमार भूमिहार जाति से आते हैं . जबकि ऊषा कुमारी अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त है. महेशखूंट दुर्गा मंदिर में दर्जनों परिवार वाले व ग्रामीणों की मौजूदगी में बिट्टू और ऊषा ने सात फेरे लेकर एक दूजे का हाथ थामा. समाज ने भी इस रिश्ते को सहर्ष स्वीकार किया और आशीर्वाद की बौछार कर दी. ———- शादी से दोनों परिवार गदगद शादी के बार लड़का व लड़की के परिवार वाले खुश हैं, समाज भी मिसाल मान रहा है. इधर, शादी के बाद नवदंपत्ति ने सबका आशीर्वाद प्राप्त किया. अभी दोनों ही परिवार के लोग इस शादी से काफी खुश हैं. बीते 10 जुलाई को महेशखूंट दुर्गा मंदिर में वर वधू का वैधानिक रीति रिवाज के साथ स्वागत हुआ. वहीं सामाजिक स्तर पर इस विवाह की काफी प्रशंसा हो रही है. लोग युगल जोड़ी को बधाई दे रहे है. ————- बीडीओ ने दी बधाई, बोले जल्द मिलेगी प्रोत्साहन राशि सरकार की ओर से भी अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिसके तहत ऐसे जोड़ों को आर्थिक तौर पर मदद दिये जाने का भी प्रावधान है. अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देकर सरकार का मकसद सामाजिक स्तर पर फैले जातीय भेदभाव पर लगाम लगाने का है. इधर प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार ने नवदपंति को बधाई देते हुए कहा कि अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन राशि का लाभ पाने के लिए आवेदन किया जा सकता है.

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