बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को मिलेगा 2-2 लाख रुपये
Bihar Small Entrepreneur Scheme:खगड़िया बिहार लघु उद्यमी योजना के लिए चयनित अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण आरंभ हो गया है. जिला उद्योग केंद्र में अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के दौरान कारोबार से संबंधित जानकारी दी जायेगी.
Bihar Small Entrepreneur Scheme: जिला उद्योग प्रसार पदाधिकारी प्रीतम कुमार ने बताया कि जिले में इस योजना के लिए सात सौ युवाओं बेरोजगारों का चयन हुआ है, जिन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण तीन दिवसीय है. अभ्यर्थियों की संख्या अधिक रहने के कारण कई बैच में इन्हें ट्रेनिंग दी जायेगी. एक बैच का प्रशिक्षण समाप्त हो चुका है तथा उन्हें प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र भी दे दिये गये हैं.
Bihar Small Entrepreneur Scheme: दो- दो लाख रुपये मिलेगा रोजगार के लिए
बिहार लघु उद्यमी योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य बिहार के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करके राज्य में आर्थिक विकास को गति देना है. आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे परिवारों को अपना व्यवसाय शुरू करने में सहायता करने के लिए लघु उद्यमी योजना की शुरुआत की है. योजना लिये लाभार्थियों का चयन कंप्यूटर रैंडमाइजेशन प्रणाली के माध्यम से किया जाता है. प्रति माह छह हजार रुपए से कम कमाने वाले लोगों के लिए इसी साल यह योजना शुरू की गयी है. इसके योजना के तहत स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए दो लाख रुपये सहायता के रूप में दिये जाते हैं.
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Bihar Small Entrepreneur Scheme: 62 प्रकार के कर सकेंगे कारोबार
बिहार लघु उद्यमी योजना के लिए चयनित लाभार्थी सरकार से मिली आर्थिक सहायता से खाद्य प्रसंस्करण आटा, सत्तु, बेसन उत्पादन, मसाला, नमकीन, जैम, जैली, सॉस, नूडल्स, पापड़, अचार, मोरब्बा, फलों का जुस, मिठाई बनाने से संबंधित रोजगार कर सकते हैं. इसी तरह फर्नीचर उद्योग से संबंधित बढ़ईगिरी, बांस का समान, नाव, बेंत का फर्नीचर निर्माण, उद्योग निर्माण से संबंधित सीमेंट का जाली, दरवाजा, खिड़की, प्लास्टर आफ पेरिस का सामान, दैनिक सामग्री जैसे डिटर्जेंट पाउडर.
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बिंदी, मेंहदी, मोमबती, कृषि यंत्र, गेट ग्रिल, मधुमक्खी का बक्शा, आभूषण निर्माण, स्टील बाक्स, बिजली पंखा, स्टेबलाइजर व आइटी तथा रिपेयर व मेंटेनेंस से संबंधित ऑटो गैरेज, मोबाइल व चार्जर निर्माण, बाइक, टायर, डीजल इंजन, मोटर व ताला रिपेयरिंग के अलावा सैलून, ब्यूटी पार्लर, ढाबा, लांड्री, फूल माला, रेडिमेड वस्त्र व मिट्टी के बर्तन उद्योग लगाने के लिए आर्थिक सहायता मिलती है. इस योजना के लिए चयनित आवेदकों के खाते में संबंधित उद्योग लगाने के लिए पहली किस्त के रूप में योजना की 25 प्रतिशत, दूसरी किस्त के रूप में 50 प्रतिशत व कार्य पूरा होते ही शेष 25 प्रतिशत राशि दी जाती है.