ग्रामीणों ने उच्चतर मकतब इस्लामपुर में की तालाबंदीमकतब की मुख्य द्वार को बाधित कर बैठे ग्रामीण
जताया विरोधमकतब की मुख्य द्वार को बाधित कर बैठे ग्रामीण
परबत्ता प्रखंड के पिपरालतीफ पंचायत के इस्लामपुर स्थित उच्चतर माध्यमिक मकतब में दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने विद्यालय प्रधानाध्यापक रियाजउद्दीन पर कई तरह की अनियमितता का आरोप लगाते हुए विद्यालय के पठन-पाठन को बाधित कर दिया. प्रधानाध्यापक के क्रियाकलाप से आक्रोशित हो ग्रामीणों ने विद्यालय में तालाबंदी करते हुए जमकर विरोध किया. अजहर अली, इकबाल, मुक्ताक, मुगराम, बाबर समेत दर्जनों ग्रामीणों ने कई तरह का आरोप लगाते हुए प्रधानाध्यापक के तबादले का मांग किया. ग्रामीणों ने प्रधानाचार्य रियाजउद्दीन को विद्यालय में प्रवेश तक नहीं करने दिया और विद्यालय संचालन की अवधि तक आक्रोशित ग्रामीण डटे रहे. शिक्षक ने पूरे घटनाक्रम की वरीय पदाधिकारी को सूचना दी लेकिन कोई भी पदाधिकारी नहीं आए. इधर, बीईओ रेणु कुमारी ने बताया कि एचएम ने उन्हें सूचना दी है कि ग्रामीण विद्यालय भवन का निर्माण चिन्हित जगह पर नहीं करने देना चाहते हैं. थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है. क्या है पूरा मामला दरअसल इस विरोध के पीछे गहरी साजिश बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक उक्त विद्यालय में 10 2 तक की पढ़ाई होती है. विद्यालय में 1200 से अधिक बच्चे नामांकित है और इसमें मुस्लिम बच्चों की संख्या अधिक है. संसाधन एवं जगह का घोर अभाव है. वहां के कुछ ग्रामीण बुद्धिजीवी एवं एचएम मो रियाजउद्दीन की अथक पहल के बाद शिक्षा विभाग की ओर से 10 2 विद्यालय भवन निर्माण के लिए मड़ैया बाजार में एक जमीन चिन्हित की गई. जमीन मालिक ने विद्यालय निर्माण के लिए सरकार को जमीन हस्तांतरित कर दिया. अंचल प्रशासन से एनओसी भी प्राप्त है. बावजूद कुछ लोग जानबूझकर विद्यालय निर्माण की राह में रोड़ा डालकर इसे बाधित करने पर तुले हैं. बीते दिनों निर्माण एजेंसी द्वारा शिलान्यास का बोर्ड लगाया गया जिसे असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया. बोले विद्यालय के एचएम वहीं विद्यालय के एचएम मो रियाजुद्दीन ने कहा कि छात्र-छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिए हर कदम उठाने के लिए तैयार हैं. इनकी बेहतरी के लिए जो भी अच्छा कार्य होगा, समाज का सहयोग लेकर उसे पूरा करने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ेंगे.
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