परबत्ता : गंगा नदी इन दिनों उफान पर है. पिछले चार दिनों से लगातार गंगा के जलस्तर में हो रही बढोतरी ने लोगों की परेशानी बाढ़ दी है. जलस्तर में बढ़ाव के कारण बाढ़ का पानी लगातार गांव की ओर बढ़ता जा रहा है. जिससे ग्रामीण सहमे हुए हैं. मालूम हो कि पिछले चार दिनों से गंगा के जलस्तर लगातार तेज गति से वृद्धि हो रही है. जिसके कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. अगुवानी उपधारा से पानी ओवर फ्लो होकर छोटी धाराओं से होकर राका गांव के पास जीएन बांध की तलहटी में धीरे धीरे पहुंचने लगा है. लगातार बढ़ रहा पानी प्रतिदिन नये स्थान पर आने को आतुर है. किस रात बाढ़ का पानी घरों में घुस जायेगा इस संशय के बीच ग्रामीण रतजगा करने को विवश हैं. गंगा के जलस्तर में लगातार हो रहे वृद्धि ने प्रखंड के छोटी लगार एवं भरसो पंचायत सहित सलारपुरगांव के लोगों की चिंता बाढ़ दी है.
गंगा का पानी खेतों में घुसना शुरू हो गया है. अब तक अगुवानी लगार आदी जगहों पर सैकड़ों एकड़ में लगा मक्का की फसल पानी में डूब गयी है. जिससे किसान हलकान हैं. वहीं इस विपदा की घड़ी में किसानों के बीच पशुचारा भी एक विकट संकट उत्पन्न कर रहा है. खेतों में पानी आ जाने से पशु चारा के लिये किसान को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसान अपनी जान जोखिम में डाल बाढ़ के पानी को पार कर जैसे तैसे फसल काट कर मवेशियों को खिला रहे है. निचले इलाके में बसे लोग अपने मवेशियों के साथ ऊंचे स्थानों पर शरण लेने लगे हैं. गंगा का जलस्तर बढ़ने से अब नये इलाकों मे बाढ़ के पानी का फैलाव भी तेज गति से होने लगा है.
पशुपालकों ने बताया की पानी का फैलाव दिन रात तेज गति से हो रहा है. अगर गंगा के जलस्तर में इसी तरह वृद्धि जारी रही तो जल्द पूरा क्षेत्र लबालब हो जायेगा. हालांकि अब तक अधिकांश भागों में पानी नहीं पहुंचा है और वहां पर पशुपालक अपने पशुओं को लेकर ठहरे हैं. पानी बढ़ने से पुन: पशुपालकों के बीच अन्यत्र जाने की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. मालूम हो कि एक जगह पानी आने से पशुपालक अपने पशु को लेकर किसी अन्य जगह जाते हैं. लेकिन लगातार पानी के बढ़ रहे दबाव के कारण पानी हर दिन नये जगह को अपने आगोश में ले रहा है.