बेलदौर. प्रखंड क्षेत्र के बांध समीप निचले इलाके में बसे लोगों की घर के चारों ओर बाढ़ का पानी घिरा हुआ है. लोग समस्याओं से जूझ रहे हैं. जबकि बाढ़ राहत कार्य के तहत प्रशासन बाढ़ से प्रभावित होने वाले पीड़ित लोगों के घर में चूल्हे तक पानी पहुंचने पर बाढ़ के पानी को तलाश रहा है. ऐसे में समस्याओं के बीच पर्व त्योहार के अवसर पर परेशानियों से जूझ रहे परिवार में घोर नाराजगी पनप रही है. बताया जाता है कि कोसी बराज से किए गए अत्यधिक वाटर डिस्चार्ज से बाढ़ का पानी फैलकर जमींदारी बांध समीप कैंजरी, तेलिहार, बलैठा, इतमादी, कुर्बन एवं दिघौन पंचायत क्षेत्र के निचले इलाके में बाढ़ की संकट उत्पन्न कर दिया. बाढ़ का पानी फैलकर उक्त जगहों पर लोगों के घरों में प्रवेश कर गया है. बाढ़ के पानी घिरे लोग आवागमन संकटों से जूझते एवं सांप बिच्छू के डर से रतजगा करने को विवश हैं. बच्चों को स्कूल आवाजाही करने में काफी परेशानी होती है. इसके बावजूद पीड़ित लोगों की सुधि लेने में पदाधिकारी एवं कर्मी कोई अभिरुचि नहीं ले रहे हैं. इससे नाराज ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों के घर में बाढ़ का पानी भरा हुआ है. धान की फसल भी डूबकर बर्बाद हो गई. इसके बावजूद बाढ़ सहायता देने में अंचल प्रशासन आनाकानी कर रहे हैं. पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि संबंधित राजस्व कर्मी विभागीय गाइडलाइन की बात कह कर घर के चूल्हे डूब जाने की स्थिति में ही बाढ़ सहायता राशि दिए जाने की जानकारी देकर कन्नी काट लेते हैं. इससे पीड़ित टोले के लोगों में घोर नाराजगी पनप रही है.
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