महिलाएं स्व-रोजगार कर बनेंगी आत्म निर्भर, लगातार दिये जा रहे प्रशिक्षण: निदेशक

15 सालों में 85 सौ युवा हुनर सीख कर रहे अपना रोजगार

By Prabhat Khabar News Desk | November 14, 2024 10:15 PM
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15 सालों में 85 सौ युवा हुनर सीख कर रहे अपना रोजगार खगड़िया. महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए लगातार प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं. प्रशिक्षण प्राप्त कर वो खुद अपना रोजगार कर सकेंगी. उक्त बातें आरसेठी के निदेशक प्रकाश कुमार ने महिलाओं के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही. ब्लॉक रोड स्थित आरसेठी प्रशिक्षण भवन में महिलाओं के लिए 30 दिवसीय ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसका उद्घाटन आरसेटी निदेशक प्रकाश कुमार तथा यूबीआई के पदाधिकारी राकेश कुमार ने द्वीप प्रज्वलित कर किया. मौके पर निदेशक ने प्रशिक्षणार्थियों को अच्छे से प्रशिक्षण प्राप्त करने की सलाह दी. कहा कि आज अगर वो बढ़िया से हुनर सिखेंगी तो कल इसका उन्हें फायदा मिलेगा. इस दौरान फैकल्टी अमित कुमार, मुकेश कुमार कार्यालय सहायक पंकज कुमार आदि उपस्थित थे. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 35 महिलाओं को ब्यूटी पार्लर का ट्रेनिंग दिया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर आर सेठी द्वारा परबता प्रखंड के भरतखंड में 10 दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस प्रशिक्षण में आसपास के 35 प्रशिक्षणार्थी को बकरी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के बाद ये लोग अपना रोजगार स्थापित कर सकेंगे. आर सेठी निदेशक प्रकाश कुमार ने बताया कि सभी प्रशिक्षणार्थियों को निः शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के उपरान्त इन्हें प्रमाण पत्र व स्व-रोजगार स्थापित करने के लिए बैंक से ऋण भी मुहैया कराया जाएगा. 15 साल में 85 सौ युवा ले चुके हैं प्रशिक्षण रुढ़ सेठी प्रशिक्षण भवन में करीब 15 साल से जिले के लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 27 मार्च 2009 को यहां प्रशिक्षण आरंभ हुआ था. विभागीय आंकड़ा के मुताबिक इतने सालों में 84 सौ युवाओं को यहां ट्रेनिंग दिये गए हैं. जिसमें हुनर सीखकर जिले के 5 हजार से अधिक बेरोजगार खुद का रोजगार कर रहे हैं. जिसमें करीब 19 सौ प्रशिक्षण प्राप्त लोगों को बैंक के द्वारा स्व-रोजगार के लिए ऋण मुहैया कराया गया है. आर सेठी निदेशक ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त कर कोई अगरबत्ती बनाने का कारोबार कर रहे हैं तो कोई इलेक्ट्रॉनिक/इलेक्ट्रीकल की दुकान खोल उपकरण ठीक कर रोजी-रोटी कमा रहे हैं. सैकड़ों की तादाद में लोग बकरी, मुर्गी व गाैपालन कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं. जबकि कई महिलाएं भी ब्यूटीपार्लर, सिलाई-कढ़ाई, मेंहदी लगाने का गुर सीखकर स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर हुई हैं. प्रशिक्षण भवन में 250 से अधिक बैच चलाए गए हैं, जिसमें प्रशिक्षणार्थियों को अगरबत्ती निर्माण, मोबाइल रिपेयरिंग, सर्फ, साबुन निर्माण, डेयरी/पशुपालन, मुर्गी, बकरी पालन, ब्यूटीशियन सहित करीब एक दर्जन क्षेत्रों की जानकारी देकर प्रशिक्षित किया गया है.

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