मसौढ़ी. आठ दिनों से अगवा युवक थाना के जिलालबीगहा गांव के भोरिक प्रसाद के पुत्र इमलेश कुमार (29वर्ष) की हत्या कर शव को उसके गांव से कुछ दूरी पर फेंक दिया गया. शनिवार को ग्रामीणों की सूचना पर जिलालबीगहा और रेवां के बीच एक पुल के नीचे जलकुंभी से भरे पइन से शव को पुलिस ने निकाला. इधर पुलिस जैसे ही शव को बरामद करना चाही ग्रामीण उग्र हो गये और हंगामा करने लगे.
पांच घंटे तक शव को नहीं उठाने दिया
ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस की लापरवाही से अपहृत युवक की हत्या हो गयी. पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो इसकी जान बचायी जा सकती थी. इधर ग्रामीणों के उग्र तेवर को देखते हुए मौके पर मसौढ़ी के अलावा पुनपुन व धनरूआ समेत अनुमंडल के अन्य थाने को बुला लिया गया था. बावजूद ग्रामीण पांच घंटे तक शव को नहीं उठाने दिया. ग्रामीण आरोपित की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग तक शव को नहीं उठने देने पर अड़े थे.
मुख्य आरोपित गिरफ्तार
इसी बीच, मसौढ़ी पुलिस छापामारी कर मुख्य आरोपित अमलेश कुमार को जहानाबाद के परसबिगहा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया और ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. बानजूद ग्रामीण कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. इसी दौरान पास स्थित भैंसवां में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे दानापुर के विधायक रीतालाल यादव मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा बुझाकर व परिजनों को अपनी ओर से तत्काल 25 हजार रुपये देते हुए उन्हें शांत कराया. उसके बाद ही पुलिस शव बरामद कर सकी और बाद में उसे पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा.
28 जनवरी से लापता था युवक
28 जनवरी को अमलेश कुमार बकाया रकम देने के बहाने इमलेश को उसके घर जिलालबिगहा से ले गया था और उसके बाद वह घर नहीं लौट सका था. इस संबंध में परिजनों ने नामजद प्राथमिकी दर्ज कराते हुए जहानाबाद के परसबिगहा थाना स्थित लखापर निवासी बिरजू यादव के पुत्र अमलेश कुमार समेत अन्य को आरोपित किया था. बता दें कि आरोपित का रेवां गांव में फुआ रहती है और घटना के दिन वह वहीं आया था. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार अमलेश कुमार से पूछताछ कर रही थी. थानाध्यक्ष विजय कुमार यादवेंदु ने बताया कि पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.