Bihar Kidnapping News: बिहार में अपहरण की एक और घटना सामने आयी है. जमुई जिले में एक कारोबारी पिता-पुत्र को बदमाशों ने पिछले दिनों अगवा कर लिया था. दोनों को लेकर बदमाश चले गये और फिरौती की मांग करने लगे. अपराधियों ने पहले कारोबारी को जंगल में रिहा कर दिया और शर्त रखी कि वो फिरौती की रकम लेकर आए तभी बेटे को मुक्त करेंगे. लेकिन अब दोनों की कुशल बरामदगी हो गयी है. झाझा प्रखंड क्षेत्र के सर्किल नंबर एक स्थित चौकीजोर जंगल से बोड़बा निवासी मछली व्यवसायी फोहल पंडित व उसके पुत्र वरुण पंडित का नकाबपोश अपराधियों ने हथियार का भय दिखा अपहरण कर लिया. जबकि 15 लाख रुपये फिरौती की मांग करते हुए अपहरणकर्ताओं ने पैसे लाने के लिए फोहल पंडित को मुक्त कर दिया. वहीं अब कारोबारी के पुत्र को भी बदमाशों ने वापस भेज दिया है.
अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त हुए मछली व्यवसायी फोहल पंडित ने बताया कि बीते मंगलवार को एक व्यक्ति ने फोन कर 40 किलो मछली उपलब्ध कराने को कहा. फोन करने वाले व्यक्ति ने एडवांस के रूप में फोन पे से एक हजार रुपये भेजते हुए कहा कि मछली लेकर चौकीजोर गांव आना है. यहां पूरा पेमेंट कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि हम दोनों पिता-पुत्र मछली लेकर चौकीजोर को निकल गये. इसी क्रम में जब उस नंबर पर फोन किया तो उन्होंने कहा कि अभी हमलोग बेलहर में हैं. आप मछली लेकर बोड़बा गांव से आगे बढ़ें हमलोग भी आ रहे हैं. जब हम दोनों चौकीजोर पहुंच रहे थे, इसी दौरान पांच-छह की संख्या में रहे नकाबपोश अपराधियों ने जबरन रोक लिया. पिता-पुत्र को अपने कब्जे में लेकर जंगल की ओर ले गये. इसके बाद कहा कि अगर पंद्रह लाख रुपये मंगवा कर दोगे, तभी तुम दोनों को मुक्त करेंगे.
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कारोबारी ने बताया कि मैंने हाथ जोड़ते हुए उन बदमाशों से कहा कि इतना पैसा कहां से दे सकेंगे. हमदोनों तो आपके कब्जे में ही हैं, तो पैसे कौन देगा. हमारी बातों को सुनते हुए अपहरणकर्ताओं ने मुझे मुक्त कर दिया. मेरे पुत्र वरुण पंडित को जंगल की ओर ले गये. उन्होंने बताया कि घर आने के बाद इसकी सूचना अपने परिजन व सगे संबंधी को दी. बुधवार को इसकी सूचना पुलिस को दी. बता दें कि पुलिस को जब इस घटना की जानकारी मिली तो फौरन छानबीन शुरू कर दी गयी.
पुलिस की दबिश से अपराधियों ने कारोबारी के पुत्र को भी बुधवार की देर रात को मुक्त कर दिया. बेलहर झाझा बॉर्डर स्थित कर्मटांड सीमा के पास उसे बदमाशों ने छोड़ दिया. गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए एसडीपीओ राजकिशोर कुमार ने बताया कि पुलिस ने फौरन छापेमारी अभियान चलाया. जिससे दबाव में आकर अपराधियों ने अपह्त वरूण कुमार को 12 घंटे के अंदर बरामद कर लिया. वरूण ने पुलिस को बताया कि मंगलवार की रात को अपराधियों ने उसे जंगल की एक झोपड़ी में ही रखा. उसे खाने के लिए दाल, चावल और सब्जी भी दिया. बुधवार की सुबह एक पैकेट बिस्किट लाकर उसे दिया. वो दिनभर भूखा रहा. उसकी आंखों पर पट्टी लगा दी गयी थी. फिर देर रात को बाइक पर उसे लेकर बदमाश चल दिए. दो अपराधियों ने उसे रास्ते में छोड़ दिया और भाग गए. अपराधियों ने उसका छीना हुआ मोबाइल भी वापस कर दिया. जब बदमाश चले गये तो वरूण ने अपने पिता को फोन करके अपनी जानकारी दी. कारोबारी ने बताया कि घटना को लेकर मुझे किसी से कोई शिकवा-शिकायत नहीं है. मेरा पुत्र सकुशल घर आ गया है, जिससे घर में खुशी का माहौल है.
बता दें कि जमुई में पिछले महीने एक युवक को अगवा कर लिया गया था. कुछ बदमाशों ने किराना दुकान चलाने वाले युवक को अगवा कर लिया था. जमुई सदर थाना क्षेत्र की यह घटना थी. जब बदमाश रविंद्र कुमार नामक युवक को कार में लेकर घूमते रहे. अपराधियों ने उसे फोन करके घर से बाहर बुलाया था. उसके बाद रविंद्र के मोबाइल से ही फोन करके 3 हजार रूपए फोन पे पर मंगवा लिए. जिसके बाद पुलिस को इसकी जानकारी परिजनों ने दी तो कार का पीछा करके सभी बदमाशों को पकड़ा गया था और रविंद्र को रिहा करा लिया गया था. इधर किशनगंज में एक डीलर को पिछले महीने अगवार कर लिया गया था .बहादुरगंज थाना क्ष्ेत्र में पलासमनी चौक के पास से डीलर को बदमाशों ने अगवा कर लिया था और उसकी बाइक को वहीं छोड़ दिया था. डीलर को स्कॉर्पियो से लेकर बदमाश भाग गए थे. कुछ दिन पहले भागलपुर जिले के नाथनगर में फिरौती के लिए एक छात्र को नशेड़ियों ने अगवा कर लिया था. उसे काफी टॉर्चर भी बदमाशों ने किया लेकिन पुलिस की चुस्ती की वजह से छात्र को बरामद कर लिया गया था.