बिहार: भागलपुर में 2 बच्चों का अपहरण, पुलिस दबिश बढ़ी तो दोनों को छोड़ा, घर पहुंचे बच्चों ने बतायी पूरी बात..
बिहार के भागलपुर में दो बच्चों को अगवा कर लिया गया. वहीं 5 लाख की फिरौती की भी मांग परिजनाें से की गयी. लेकिन पुलिस की दबिश जब बढ़ गयी तो भय से दोनों को छोड़ दिया. वहीं सकुशल घर पहुंचे दोनों बच्चों ने पुलिस के सामने पूरी बात बतायी..
Bihar Crime News: भागलपुर जिले के सुलतानगंज थाना क्षेत्र के एक पंचायत से दो बच्चे गायब हो गए. दोनों जब रात तक अपने घर वापस नहीं लौटे तो परिजनों को चिंता सताने लगी. वहीं इस बीच दो दिन के बाद परिजन के पास फिरौती की डिमांड वाला एक फोन कॉल आया जिसने सबकी चिंता और अधिक बढ़ा दी. पांच लाख रुपये की मांग अपहर्ता के द्वारा की गयी. जिसके बाद पुलिस ने अपहरण मामले में छानबीन तेज कर दी. इस बीच पुलिस का दबिश बढ़ी तो अपहर्ता की टेंशन बढ़नी शुरू हो गयी और उसने दोनों बच्चों को मुक्त कर दिया. दोनों सकुशल अपने परिजनों के बीच पहुंच गए. दोनों ने बताया कि उन्हें किस तरह झांसा देकर अपहर्ता साथ ले गया और फिर कैद कर लिया था.
पांच लाख रुपए मांगी फिरौती
रविवार को पुलिस दबिश से 12 घंटे में बच्चे सकुशल अपने घर पहुंच गये. इनमें एक किशोर मुंगेर जिले के बागेश्वरी श्यामपुर निवासी शैलेश कुमार अपने पड़ोस में रहने वाले एक दोस्त के साथ मिरहट्टी गांव अपनी बुआ के घर आया था. शैलेश की बुआ माला देवी ने घटना की जानकारी सुलतानगंज थाना पुलिस को दी. उसने बताया कि 21 दिसंबर को मेरा भतीजा चमक लाल मंडल का पुत्र शैलेश कुमार पड़ोसी फुदो मंडल के पुत्र रोशन कुमार(13) के साथ मिरहट्टी गांव पहुंचा था. दोनों बिना बताये 22 दिसंबर को घर से निकल गये. देर शाम घर वापस नहीं आये, तो परिजन काफी चिंतित हो गये. काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका. 23 दिसंबर को शैलेश की बुआ के फोन पर कॉल आया और पांच लाख रुपये की मांग कर बच्चाें को छोड़ने की बात कही गयी.
पुलिस ने तेज की तलाशी तो बच्चों को छोड़ा
फिरौती की डिमांड के बाद अपहृत किशोर की बुआ थाना पहुंची और सारी बात थानाध्यक्ष को बतायी. विधि-व्यवस्था सदर डीएसपी डॉ गौरव कुमार ने थाना पहुंचकर मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल की. इस बीच सुलतानगंज, अकबरनगर, बाथ व शाहकुंड़ के थानाध्यक्ष भी सुलतानगंज थाना पहुंचे. पुलिस सुलतानगंज, बरियारपुर, नाथनगर में सघन तलाशी शुरू की. पुलिस दबिश से रविवार देर शाम दोनों बच्चे घर सकुशल पहुंच गये.
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काम दिलाने की बात कह, तीन दिनों तक नही दिया खाना
नाबालिग शैलेश ने बताया कि मैं और रोशन दोनों अपने घर जा रहे थे. तभी बरियारपुर में मिले अशोक नाम के एक युवक ने काम दिलाने की बात कह कर पहले जमालपुर फिर भागलपुर ले गया. हम दोनों को खाना भी नहीं दिया. तीन दिन तक भूखा रखा. रविवार की शाम उसने हम दोनों को अपने साथ लेकर जा रहा था. सुलतानगंज स्टेशन पर वह पानी पीने की बात कह कर गया. इधर हम दोनों भाग कर मिरहट्टी चले आये. शैलेश की बुआ ने बताया कि मोबाइल नंबर पर जब संपर्क किया गया. तो उधर से एक युवक ने बताया कि दोनों बच्चे मेरे पास है, मिलने के लिए नाथनगर स्थित साहिबगंज आना होगा. फिरौती में उसने पांच लाख रुपये की मांग की.
डीएसपी बोले..
रविवार देर-शाम सुलतानगंज थाने पर मामले का खुलासा करते हुए विधि-व्यवस्था सदर डीएसपी डॉ गौरव कुमार ने बताया कि बच्चों से पूछताछ में जानकारी मिली है कि बच्चे 21 दिसंबर को अपने रिश्तेदार के घर मिरहट्टी आया था. 22 दिसंबर की शाम दोनों अपने घर ट्रेन से जा रहे थे. बरियारपुर स्टेशन पर कोई अशोक नाम का युवक दोनों बच्चों को नाथनगर के किसी पॉव भाजी होटल में काम दिलाने की बात कह अपने साथ लेकर चला गया. उस युवक ने दोनों बच्चों के अपहरण करने की साजिश रची.
अपहरण व फिरौती मामले की सत्यता की जांच कर रही पुलिस
डीएसपी ने बताया कि अपहरण व फिरौती की बात सामने आने पर नाथनगर, सुलतानगंज, बाथ, अकबरनगर व शाहकुंड थाना पुलिस को इस मामले में लगाने पर रविवार की शाम अपहरणकर्ता ने पुलिस के बढ़ते दबाव में आकर दोनों बच्चों को मुक्त कर दिया. दोनों बच्चे अपने रिश्तेदार के घर पहुंचे. जहां से दोनों को पुलिस अभिरक्षा में लाकर पूछताछ की गयी. अपहरण व फिरौती मामले की सत्यता की जांच की जा रही है. सत्यापन के बाद मामला स्पष्ट हो जायेगा.