Kisan Andolan 2020 : बिहार सरकार ने गांधी मैदान में धरने पर लगाई रोक, तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा, नीतीश कुमार जी, वहां पहुंच रहा हूं. रोक सको तो रोक लीजिए
चार नंबर गेट पर कई नेता धरने पर बैठ गये हैं. धीरे-धीरे सभी महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस व वाम दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के पहुचने का सिलसिला शुरू हो गया है.
पटना. किसान आंदोलन के समर्थन में पटना के गांधी मैदान में होने वाले धरने पर नीतीश कुमार की सरकार ने रोक लगा दी है. जिला प्रशासन द्वारा मैदान के अंदर रहे लोगों को निकाल कर उसे सील कर दिया गया है.
प्रशासन द्वारा साफ तौर पर कह दिया गया है कि गांधी मैदान धरनास्थल नहीं है इसलिए यह कार्रवाई की गई है. प्रशासन द्वारा रोक लगाए जाने और गांधी मैदान को सील किए जाने के बावजूद तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि नीतीश जी, वहाँ पहुँच रहा हूँ. रोक सको तो रोक लीजिए.
तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे है उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गाँधी मैदान में गाँधी मूर्ति को क़ैद कर लिया ताकि गाँधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गाँधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सके. नीतीश जी, वहाँ पहुँच रहा हूँ. रोक सको तो रोक लीजिए.
इधर चार नंबर गेट पर कई नेता धरने पर बैठ गये हैं. धीरे-धीरे सभी महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस व वाम दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के पहुचने का सिलसिला शुरू हो गया है. जिला प्रशासन के लोग भी मौके पर मौजूद हैं, लेकिन नेता हटने को तैयार नहीं हैं.
गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे है उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गाँधी मैदान में गाँधी मूर्ति को क़ैद कर लिया ताकि गाँधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गाँधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सके।
नीतीश जी,वहाँ पहुँच रहा हूँ। रोक सको तो रोक लीजिए
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 5, 2020
कृषि बिल वापस लेने के मुद्दे को लेकर किसान आंदोलन के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आज गांधी मैदान के अंदर महागठबंधन द्वारा धरना प्रस्तावित है.
लेकिन, गांधी मैदान को पूरी तरीके से सील कर दिया गया है और वहां पर पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. गांधी मैदान के अंदर किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है. जो मॉर्निंग वॉकर आज पहुंचे थे, उन्हें भी आप गांधी मैदान से बाहर निकाल दिया गया.
तेजस्वी ने शुक्रवार को महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देने को लेकर तर्क दिया था कि यह गांधी जी से विचारों से जुड़ा मसला है.
उन्होंने कहा था कि गांधी जी को महात्मा चम्पारण की धरती ने बनाया. नील की खेती वाली और अंग्रेज वाली ही स्थिति है. हर किसी को मजदूर बनाकर छोड़ा जाएगा.
Posted by Ashish Jha