20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Bihar : जानिए बिहार के किस जिले में रहते हैं सबसे कम हिंदू

Lowest Hindu population in Bihar : भले ही पूरे बिहार में हिंदूओं की आबादी ज्यादा है और उनकी मर्जी के बिना कोई सीएम नहीं बन सकता. लेकिन किशनगंज में सबसे कम हिंदू रहते हैं.

यूं तो बिहार का हर जिला अपने आप में खास है. कोई जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता तो कोई अपनी राजनीति साख के लिए जाना जाता है. लेकिन सूबे में कई जिले ऐसे भी है जो अपनी जनसंख्या और उसके अनुपात को लेकर चर्चा में बने रहते है. ऐसा ही एक जिला बिहार का किशनगंज भी है. भले ही पूरे बिहार में हिंदूओं की आबादी ज्यादा है और उनकी मर्जी के बिना कोई सीएम नहीं बन सकता. लेकिन इस जिले में सबसे कम हिंदू रहते हैं.

32
Bihar : जानिए बिहार के किस जिले में रहते हैं सबसे कम हिंदू 2

जुलूस निकालने के लिए लेनी पड़ती है इजाजत

बता दें कि बिहार का यह जिला एक ओर नेपाल तो दूसरी ओर से पश्चिम बंगाल से घिरा हुआ यह पूर्णिया डिविजन का हिस्सा है. ये शहर पूरे बिहार में चाय पैदा करने वाला एकमात्र जिला है. लेकिन आज हम बात यहां की चाय या सुंदरता की नहीं बल्कि आबादी की करेंगे कि कैसे यह जिला बिहार में रहने वाले अल्पसंख्यकों का गढ़ बन चुका है और भले ही बिहार में हिंदूओं की आबादी ज्यादा है लेकिन इस जिले में वह अल्पसंख्यक बन गए हैं. यहां उन्हें त्योहार के दौरान जुलुस निकालने के लिए भी प्रशासन से इजाजत लेनी पड़ती है.

ये भी पढ़ें : Darbhanga AIIMS : 1261 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा दरभंगा एम्स, इस कंपनी को मिला बनाने का ठेका 

17 लाख की आबादी में महज 5 लाख हिंदू

2011 की जनगणना के अनुसार किशनगंज जिले की आबादी करीब 17 लाख थी. जिनमें से 11.49 लाख मुस्लिम थे, जबकि हिंदुओं की आबादी 5.31 लाख थी. जिले में जनसंख्या का घनत्व 898 प्रति व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है. जिले की अधिसंख्य आबादी गांवों में रहती है. यह बिहार का अकेला जिला है जहां हिंदू अल्पसंख्यक है. जिले में करीब 68 फीसदी मुस्लिम आबादी और लगभग 31 फीसदी हिंदू आबादी है. वहीं, 1 प्रतिशत में अन्य धर्म के लोग शामिल हैं.

ये भी पढ़ें : Patna Metro : पटना में इस दिन दौड़ेगी बिहार की पहली मेट्रो, जानें किन जगहों पर रहने वाले लोगों को मिलेगा फायदा

मैथिली भाषा बोलते हैं किशनगंज के लोग

जिले के अधिकांश लोग मैथिली बोलते हैं. इसके बाद सुरजापुरी (42.61 फीसदी) बोलने वालों की तादाद भी अच्छी खासी है. उर्दू बोलने वालों की संख्या 32.62 फीसदी, उर्दू बोलने वालों की 9.05 और हिंदी बोलने वालों की संख्या 6.66 फीसदी है. इसके अलावा कुछ लोग बंगाली, संथाली, मैथिली और भोजपुरी में बोलते हैं.

ये भी पढ़ें : Good News For Patna : पटनावासियों को CM नीतीश ने दिया 130 करोड़ का तोहफा, किया बापू टावर का उद्घाटन

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें