संवेदक की लापरवाही से कीचड़मय सड़क पर चलने को लोग विवश

टेढ़ागाछ : प्रखंड मुख्यालय को लौचा से जोड़ने वाली लगभग 22 किलोमीटर लंबी सड़क संवेदक की मनमानी के कारण अधूरी पड़ी है. कार्य की गति इतनी धीमी है कि दो साल में मात्र 8 से 9 किलोमीटर सड़क का ही पक्कीकरण हो पाया है और शेष बची सड़क के किनारे दोनों साइड से मिट्टी देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2017 5:19 AM

टेढ़ागाछ : प्रखंड मुख्यालय को लौचा से जोड़ने वाली लगभग 22 किलोमीटर लंबी सड़क संवेदक की मनमानी के कारण अधूरी पड़ी है. कार्य की गति इतनी धीमी है कि दो साल में मात्र 8 से 9 किलोमीटर सड़क का ही पक्कीकरण हो पाया है और शेष बची सड़क के किनारे दोनों साइड से मिट्टी देने के कारण अब बरसात के समय में सड़क में जल जमाव की स्थिति पैदा हो गयी है. कहीं-कहीं एक फीट तक पानी है. मालूम हो कि यह सड़क प्रखंड की महत्वपूर्ण सड़कों में से एक मानी जाती है.

प्रखंड मुख्यालय से मटियारी होते हुए लौचा और बहादुरगंज को जोड़ने वाली सड़क से गुजरने वाले यात्रियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय से झुनकी चौक तक सड़क गड्ढे में तब्दील हो गयी, जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. वाहन तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है. गौरतलब है कि इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों लोगों का आना-जाना होता है. दो दशक पूर्व यह सड़क कापी चकाचक थी परन्तु आज अपने बुरे हाल का रोना रो रही है. इसका सबसे बड़ा कारण संवदेक की लापरवाही है. स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सुधि लेने और ऐसे संवेदक पर कार्रवाई की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version