ऊपर बारिश, नीचे बाढ़ का पानी, जायें तो जायें कहां

किशनगंज : शहर के रमजान नदी के किनारे कई घर ध्वस्त हो गया. लोग सुरक्षित स्थलों की ओर जा रहे है. मारवाड़ी कॉलेज, महिला कॉलेज, एमजीएम मेडकिल कॉलेज में बाढ़ का पानी घुस गया है. सदर अस्पताल में पानी घुसने से मरीजों को परेशानी हो रही है. शहर के रूईधासा, रौलबाग, डुमरिया, डुमरिया भट्ठा, हलीम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2017 10:50 AM
किशनगंज : शहर के रमजान नदी के किनारे कई घर ध्वस्त हो गया. लोग सुरक्षित स्थलों की ओर जा रहे है. मारवाड़ी कॉलेज, महिला कॉलेज, एमजीएम मेडकिल कॉलेज में बाढ़ का पानी घुस गया है. सदर अस्पताल में पानी घुसने से मरीजों को परेशानी हो रही है.
शहर के रूईधासा, रौलबाग, डुमरिया, डुमरिया भट्ठा, हलीम चौक, खगड़ा, धरमगंज, पच्छिम पाली, धरमगंज, तेघिरया, मोतीबाग, डे मार्केट, लाइन पाड़ा, मिलनपल्ली, तेघरिया, सुभाषपल्ली, छेदी बागान, गांधी चौक, कबीर चौक, फरिंगगोला, बहादुरगंज मोड़, कैलटैक्स चौक, मोतीबाग, रेेलवे कॉलोनी, पुलिस लाइन, उत्तरपाली, पूरब पाली, मझिया,केलाबागान, चुड़ीपट्टी, माछमारा, मस्तान चौक सहित शहर के सभी इलाके जलमग्न है़ लोग उंचे जगह पर शरण ले रहे है़. रेलवे प्लेटफार्म पूरी तरह जलमग्न होने के कारण ट्रेन परिचालन पूरी तरह से ठप है़ बस परिचालन भी बंद है. सुबह से ही शहर की बिजली गुल है.
एनएच पर 4 फुट से अधिक पानी बहने के कारण कई जगह सड़क क्षतिग्रस्त हो गया है़ मोबाइल टावर में पानी घुसने के कारण नेटवर्क बाधित हो गया है़ शहर की एक भी खाने पीने की दुकान खुली हुई नहीं है़ जिस कारण लोगों को खाने पीने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है़ प्रशासन की ओर से इसकी कोई व्यवस्था नहीं की गयी है़ रेलवे ट्रैक में कई मुसाफिर फंस गये हैं, जिस कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मवेशियों की स्थिति दयनीय है़ कई जगह लोगों को उंची जगह शरण नहीं मिलने के कारण लोग परिवार के साथ सड़क पर रहने को विवश है़ं

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