प्रताड़ित व दुर्व्यवहार करते हैं प्रोफेसर व वार्डन इंचार्ज

बेलवा : जिले के पोठिया प्रखंड स्थित डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय अर्राबाड़ी के प्रोफेसर व वार्डन इंचार्ज डॉ महेश कुमार एवं सहायक प्रोफेसर डॉ शशांक शेखर सोलंकी द्वारा छात्राओं को प्रताड़ित करने व उनके साथ दुर्व्यवहार किये जाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं ने कॉलेज परिसर में धरना दिया. कृषि विश्वविद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2017 5:18 AM

बेलवा : जिले के पोठिया प्रखंड स्थित डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय अर्राबाड़ी के प्रोफेसर व वार्डन इंचार्ज डॉ महेश कुमार एवं सहायक प्रोफेसर डॉ शशांक शेखर सोलंकी द्वारा छात्राओं को प्रताड़ित करने व उनके साथ दुर्व्यवहार किये जाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं ने कॉलेज परिसर में धरना दिया. कृषि विश्वविद्यालय सबौर के डीन डॉ अरुण कुमार, निदेशक प्रसार डॉ आर के सुहाने के समझाने के बाद छात्रों ने धरना को समाप्त कर दिया.

छात्रों ने बताया कि सोमवार से ही डॉ महेश कुमार एवं डॉ शशांक शेखर सोलंकी (सहायक प्रोफेसर) के द्वारा दुर्व्यवहार और मानिसक रूप से प्रताड़ित करने से परेशान हाेकर धरना पर बैठे थे. छात्र-छात्राओं ने कृषि विश्वविद्यालय सबौर के वीसी को बताया कि डॉ महेश कुमार व डॉ शशांक हमलोगों को एकेडमिक करियर बर्बाद करने की भय दिखाते रहते है.

इतना ही नहीं बिना सूचना दिये छात्राओं के हॉस्टल में प्रवेश करने सहित उन पर कई गंभीर आरोप भी छात्राओं ने लगाये हैं. छात्रों ने मांग की कि इन दोनों प्रोफेसर का जल्द से जल्द तबादला किया जाये. छात्रों ने कॉलेज के प्राचार्य डा यूएस जायसवाल की जमकर तारीफ की. मालूम हो कि छात्र एवं छात्राओं ने सोमवार से ही धरना पर बैठे थे.

दोनों प्रोफेसर को निष्कासित करने की मांग करने लगे. सूचना के बाद मंगलवार को सुबह महाविद्यालय के निदेशक प्रसार डॉ आर के सुहाने, वीसी डॉ अरुण कुमार ने मामले को निबटाने के लिए पहल करने पहुचे. छात्रों ने कहा कि दोनों प्रोफेसर हमारे साथ अभद्र व्यवहार करते हैं एवं परीक्षा में नंबर कम देने की धमकी देते हैं. छात्राओं के अनुसार वे कभी भी बिना बताये गर्ल्स हॉस्टल के मैदान में आ जाते हैं, जब हम मेस में खाना खा रहे होते हैं तो हमारे सामने आकर बैठ जाते हैं.
इससे हमें काफी शर्मिंदगी महसूस होती है. थर्ड सेमेस्टर की एक छात्रा ने कहा कि अगर हमारे महाविद्यालय में प्रिंसिपल सर न होते तो मैं इस महाविद्यालय को बहुत पहले छोड़ देती. छात्रों ने हाल में आयी बाढ़ से जो पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हुई है उसको ध्यान में रखते हुए परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की भी मांग की है. डीन डॉ अरुण कुमार ने छात्रों को आश्वासन दिया कि भयमुक्त माहौल में पढ़ाई करें. दोनों प्रोफेसर पर जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी. आप अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें. आप लोगों की सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. मौके पर डॉ कलाम कृषि कॉलेज के प्राचार्य डॉ यूएस जायसवाल सहित अन्य कर्मी मौजूद थे.

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