चार हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसल बर्बाद
बहादुरगंज, कोचाधामन से फसल क्षति की रिपोर्ट नहीं आयी है : डीएओ किशनगंज : जिले में आयी भीषण बाढ़ से करीब 4 हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसल बर्बाद हुई है. जबकि 500 हेक्टयर नगदी(उद्यानिक)फसल को भी व्यापक नुकसान हुआ है. बाढ़ के कारण जिले के 10 हजार से अधिक किसानों को धान की […]
बहादुरगंज, कोचाधामन से फसल क्षति की रिपोर्ट नहीं आयी है : डीएओ
किशनगंज : जिले में आयी भीषण बाढ़ से करीब 4 हजार हेक्टेयर में लगी धान की फसल बर्बाद हुई है. जबकि 500 हेक्टयर नगदी(उद्यानिक)फसल को भी व्यापक नुकसान हुआ है. बाढ़ के कारण जिले के 10 हजार से अधिक किसानों को धान की फसल से हाथ धोना पड़ गया. हालांकि जानकर बताते हैं कि इस बार धान की अच्छी पैदावार होने की संभावना है. लेकिन धान की क्षति के मुआवजे के इंतजार में सैकड़ों किसान टकटकी लगाए हुए हैं. बाढ़ के बाद किसान त्रस्त हैं. जिले में करीब 84 हजार हेक्टर में धान की रोपनी की गई थी.
98 प्रतिशत सर्वे का पूरा
शुक्रवार को जिला कृषि पदाधिकारी संतलाल साह ने बताया कि बाढ़ से हुए धान के फसल की क्षति का सर्वे कार्य 98 प्रतिशत पूरा हो गया है. सात प्रखंड में पांच प्रखंड से सर्वे रिपोर्ट कार्यालय को प्राप्त हुआ है. जबकि दो प्रखंड का रिपोर्ट आना बाकी है.अबतक की बात करे तो जिले में 3617 हेक्टर से अधिक धान के फसल की क्षति हुआ है. इस बार विभाग के निर्देश पर किशनगंज जिले के सभी पंचायतों में जियो टेकिंग के माध्यम से धान के क्षति होने की फोटोग्राफी की गयी गयी है.
इससे सर्वे में पारदर्शिता आई है.बताते चलें कि कृषि विभाग ने 3005 हेक्टर धान क्षति का अनुमान लगाया था. जबकि अबतक के रिपोर्ट के अनुसार करीब 3700 हेक्टर धान की फसल की क्षति हुई है. यह आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है. धान की फसल पर प्रति हेक्टर 13 हजार 5 सौ एवं उद्यानिक फसल पर प्रति हेक्टर 18 हजार 5 सौ रुपए आरटीजीएस के माध्यम से किसान के खाते में देने का विभागीय प्रावधान है.
अन्नानास, केला किसान मायूस
जिले में बाढ़ से न केवल धान के फसल को क्षति हुई, बल्कि अन्नानास, केला,अदरक, सब्जी के फसल को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है. उद्यानिक फसल के किसान भी मुआवजे की आस में हैं. जिले में कृषि विभाग ने उद्यानिक फसल के 450 हेक्टर क्षति का आकलन किया है. जबकि उद्यानिक फसल की क्षति का आंकड़ा 500 हैक्टर से अधिक है.अन्नानास व केला के किसान मुआवजा नहीं मिलने से मायूस है.
डेढ़ माह बाद भी किसानों को नहीं मिला मुआवजा
बाढ़ के डेढ़ महीने बाद भी किसानों को धान क्षति का मुआवजा नहीं मिल सका है.जबकि कुछ दिन बाद ही कृषि विभाग रबी महोत्सव मनाने जा रहा है.लेकिन किसानों को फसल की क्षति का मुआवजा नहीं मिलने से रोष है.
बढ़ सकता है छति
जिले में अबतक सर्वे करने के बाद 9908 किसानों के 3617.82 हेक्टयर जमीन में लगे धान के फसल क्षति होने का आकड़ा आया है.धान के फसल क्षति का आकड़ा बढ़ सकता है.बहादुरगंज व कोचाधामन प्रखंड के फाइनल रिपोर्ट नही आयी है.
संत लाल साह, जिला कृषि पदाधिकारी