CM नीतीश के समानांतर शरद यादव ने शुरू किया ”सीधा संवाद”, कहा- जनता को देना होगा जनादेश अपमान का हिसाब
किशनगंज : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक ओर जहां गुरुवार को विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत जमुई से की, वहीं जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने भी गुरुवार को संवाद यात्रा की शरुआत की. विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के दौरान जहां 28-31 दिसंबर तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विभिन्न […]
किशनगंज : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक ओर जहां गुरुवार को विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत जमुई से की, वहीं जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने भी गुरुवार को संवाद यात्रा की शरुआत की. विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के दौरान जहां 28-31 दिसंबर तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विभिन्न जिलों की यात्रा करेंगे, वहीं शरद यादव भी बिहार की जनता से सीधा संवाद 28-31 दिसंबर तक करेंगे.
बंगाल के बागडोरा से शरद यादव ने सीधा संवाद करने के बाद किशनगंज पहुंचे. शहर के केलटेक्स चौक कर्पूरी रोड पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी थी और आगे भी महागठबंधन की सरकार बनेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन को मिले जनादेश का अपमान किया है. अब जनता व लोकतंत्र को कुछ लोगों ने धूमिल करने की साजिश रच रहे हैं. बिहार की 11 करोड़ जनता भाजपा व जदयू गंठजोड़ की मंशा समझ रही है.
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने सवाल किया कि बेरोजगार युवकों को रोजगार और हर व्यक्ति को 15 लाख रुपये देने के वायदे कब पूरे होंगे? आनेवाले दिनों में जनता जवाब चाहती है. अब सूबे में व्यापक जन सम्मेलन होगा. सूबे में मिले जनादेश को नीतीश कुमार ने अपने स्वार्थ के लिए तोड़ा है. उसका हिसाब जनता को देना होगा. इस मौके पर पूर्व राजसभा संसद अली अनवर, पूर्व मंत्री रमई राम आदि कई स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित थे.
शरद यादव यहां से पूर्णिया चले जायेंगे. वह वहां 29 दिसंबर को यादव कॉलेज अररिया, रानीगंज, भतगामा, त्रवेणीगंज, 30 दिसंबर को मधेपुरा, मीरगंज, मुरलीगंज, कुमार खंड और 31 दिसंबर को सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में लोगों से सीधा संवाद कर जनसभा को संबोधित करेंगे.