दिनदहाड़े हुई लूट से सहमे व्यवसायी बदमाशों ने पुलिस को भी दी चुनौती

किशनगंज : कोचाधामन प्रखंड के बिशनपुर बाजार में गुरुवार दिन-दहाड़े हुई आपराधिक घटना से लोग स्तब्ध रह गये. व्यावसायिक बाजार में बार-बार घट रही घटनाओं से व्यवसायी वर्ग सहमे हुए हैं और बेखौफ अपराधियों ने पुलिस प्रशासन के लिए खुली चुनौती पेश किया है. जबकि मामले को लेकर पुलिस प्रशासन काफी गंभीर है. इसे लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2018 5:15 AM

किशनगंज : कोचाधामन प्रखंड के बिशनपुर बाजार में गुरुवार दिन-दहाड़े हुई आपराधिक घटना से लोग स्तब्ध रह गये. व्यावसायिक बाजार में बार-बार घट रही घटनाओं से व्यवसायी वर्ग सहमे हुए हैं और बेखौफ अपराधियों ने पुलिस प्रशासन के लिए खुली चुनौती पेश किया है. जबकि मामले को लेकर पुलिस प्रशासन काफी गंभीर है. इसे लेकर कार्रवाई तेज कर दी है. तभी तो घटना के तुरंत बाद पुलिस कप्तान कुमार आशीष तुरंत मौका-ए-वारदात पर पहुंच हर एक पहलू की बारीकी से जांच में जुट गये.

दो दशक पूर्व से ही जिले का यह व्यावसायिक मंडी अपराधियों के निशाने पर रहा है. पिछले दो दशक में बाजार के कई व्यवसायी घटना के शिकार होते रहे हैं. इसके बाद समय-समय पर कभी बाजार के कपड़ा दुकान, मोबाइल दुकान, किराना दुकान में चोरी की घटना घटित होती रही है. वर्ष 2008 में यहां एक लूट की घटना को अंजाम देकर भाग रहे दो अपराधियों को पब्लिक ने धर दबोचा था. जिसे मौजूद भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. उसी के कुछ समय बाद सेन्ट्रल बैंक की शाखा में अज्ञात अपराधियों द्वारा किया गया चोरी का असफल प्रयास यह साबित करता है कि कोचाधामन की सबसे बड़ी व्यवसायिक मंडी बिशनपुर अपराधियों के निशाने पर रहा है.
स्थानीय व्यवसायियों की माने तो यह क्षेत्र भौगोलिक द़ृष्टि से अररिया के जोकीहाट प्रखंड व पूर्णिया के अमौर प्रखंड के निकटवर्ती होने के कारण भी यहां आपराधिक घटना को अंजाम देकर अपराधी दूसरे जिले में प्रवेश कर जाते हैं. अभी हाल ही में वहां पुलिस की ओपी भी स्थापित किया गया.
जिले के सीमावर्ती इलाकों में है डकैती और लूटपाट का है लंबा इतिहास
नेपाल सीमा से सटे दिघलबैंक, बंगाल सीमा से सटे पोठिया और अररिया के मुहाने पर स्थित कोचाधामन का बिशनपुर हाट इन जगहों पर लूट, डकैती की घटनाएं बीते एक दशक में सबसे ज्यादा घटित हुआ है. साल की शुरुआत में ही अपराधियों ने पोठिया प्रखंड के तैयबपुर में डकैती के वारदात को अंजाम देकर पुलिस को अपने मंसूबे जाहिर कर दिया है कि साल 2018 में वे लोग खून की होली और कारतूसों की दीवाली खेलने की तैयारी में हैं. तभी तो गश्ती दल के पेट्रोलिंग के बावजूद घटना को अंजाम देकर ये अपराधी गधे के सींग की तरह से इलाके से गायब हो गये. अपराधियों के लिए काफी मुफीद साबित हो रहा है.वारदात को अंजाम देने के उपरांत अपराधी तेजी से जिले की सीमा पार कर जाते हैं.

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