मौसम के बदलते तेवर से लोगों की सेहत हो रही नासाज

किशनगंज : बदलते मौसम में थोड़ा संभलकर निकलें, वरना आपके बीमार होने की आशंका बढ़ जायेगी. दिन और रात दोनों के तापमान में हो रहे लगातार बदलाव के बाद लोग बीमार हो रहें हैं, लिहाज अस्पताल में रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है. इनमें खांसी, पेट खराब, बुखार और खांसी के मरीज ज्यादा है. और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2019 7:43 AM

किशनगंज : बदलते मौसम में थोड़ा संभलकर निकलें, वरना आपके बीमार होने की आशंका बढ़ जायेगी. दिन और रात दोनों के तापमान में हो रहे लगातार बदलाव के बाद लोग बीमार हो रहें हैं, लिहाज अस्पताल में रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है. इनमें खांसी, पेट खराब, बुखार और खांसी के मरीज ज्यादा है. और अस्पतालों में ऐसे मरीज 20 से 25 फीसदी बढ़ गये हैं.

पल-पल बदल रहे मौसम से लोग अपने आप ढाल नहीं पा रहे नतीजतन बीमारी के चपेट में आ रहें हैं. अभी सदर अस्पताल सहित जिले के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मलेरिया, टाइफाइड, सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है.
मौसम में बदलाव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव
मौसम के बार-बार बदलते रुख ने आम जनजीवन को बेहाल कर रखा है. लगातार लोग बीमार हो रहें हैं. वायरल, टाइफाइड, मलेरिया जैसी बीमारियां पैर पसार चुकी हैं. हालात ऐसे हैं कि गांवों से मरीजों की भीड़ शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में पहुंच रही है. जिले भर में मौसमी बीमारियों का प्रकोप चल रहा है. अलग-अलग इलाकों से सर्दी-बुखार के मरीज अस्पतालों का रुख कर रहें हैं.
दिन में धूप और रात चढ़ते ही गिरते पारा ने लोगों को बेहाल कर रखा है. वर्तमान मौसम सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है. पानी में खराबी और खान-पान में जरा सी लापरवाही सीधे बीमार कर रही है. इन दिनों अस्पताल में सबसे ज्यादा मरीज वायरल फीवर के रहे हैं.
नौनिहालों पर ज्यादा असरदिन में गर्मी और रात को नमी मौसम का यह तेवर लोगों को बीमार बना रहा है. खासकर बच्चों पर संक्रामक बीमारियों का असर ज्यादा देखने को मिल रहा है. सर्दी, जुकाम और बुखार से पीड़ित बच्चे अस्पताल पहुंच रहे हैं.
बरतें सावधानीतापमान में लगातार हो रहे परिवर्तन व बढ़ती ठंड का सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. पिछले एक पखवाड़ा में दिन में पारा कभी ऊपर तो कभी नीचे जा रहा है. चिकित्सकों की नजर में यह स्थिति हानिकारक है.
सर्दी, जुकाम और निमोनिया जैसी बीमारियों के चपेट में आने की संभावनाएं प्रबल हैं. बच्चे, बूढे़ व बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. मौसम के इस बदलते तेवर से खुद को अगर बचा कर रखना है. तो इसलिए सुबह और शाम के समय विशेष ध्यान देना होगा ऐसा चिकित्सकों का कहना है.
मौसम के प्रभाव से रोगियों की संख्या में इजाफा दिघलबैंक मौसम के उतार-चढ़ाव से वायरल फीवर की चपेट में बच्चों से लेकर बुजुर्ग के आने से अस्पतालों में रोगियों की संख्या आये दिन लगातार बढ़ रही है. सर्दी जुकाम से लेकर बुखार समेत तरह-तरह की बीमारियों से लोग परेशान हैं. जिसके चलते सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखी जा रही है.
मेडिकल दुकानों पर भी इससे संबंधित दवाएं खरीदने के लिए परिजनों की कतार लग रही है. स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ देवेंद्र ने कहा कि मौसम के प्रभाव में अभी कई तरह की बीमारियां हो रही है. वायरल फीवर के रोगियों की संख्या इन दिनों बढ़ी है. अस्पताल से सभी रोगियों को दवा दी जा रही है.
दवाओं की कोई कमी नहीं है. एक सप्ताह के अंदर स्वास्थ्य केंद्र में वायरल फीवर से पीड़ित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. मंगलवार को भी आधा दर्जन रोगी इलाज कराने पहुंचे थे. चिकित्सकों की मानें तो इस दौरान खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
चिकित्सकीय सलाह
  • बिस्तर से उठकर सीधे खुले में न जाएं, क्योंकि शरीर का तापमान संतुलित होने में समय लगता है
  • सुबह बहुत ज्यादा ठंडे पानी से स्नान करने से परहेज करें
  • छोटे बच्चे कपड़े गीले करते रहते हैं उन्हें अधिक समय तक गीले कपड़े में नहीं रहने दें, निमोनिया का खतरा हो सकता
  • सर्दी-जुकाम की शिकायत पर चिकित्सक को दिखाएं
इन बातों का रखें ख्याल
  • बुजुर्गों को बहुत सुबह टहलने जाने की आदत होती है. थोड़ा दिन निकलने पर टहलने जाएं
  • यात्रा के दौरान भी ध्यान रखें कि सुबह और शाम को कम ही यात्रा करें
  • बच्चों की मालिश खुले में न करें और न ही खुले में बच्चों को सोने दें

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