कांग्रेस, मुसलमानों को भाजपा का डर दिखा कर वोट मांग रही : असदुद्दीन ओवैसी
किशनगंज : एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने लोगों से अपनी पार्टी को जिताने की अपील करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस मुसलमानों को भाजपा का डर दिखाकर वोट मांग रही है, जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी का विरोध कर वोट हासिल करने वाले नीतीश कुमार अब भाजपा की गोद […]
किशनगंज : एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने लोगों से अपनी पार्टी को जिताने की अपील करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस मुसलमानों को भाजपा का डर दिखाकर वोट मांग रही है, जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी का विरोध कर वोट हासिल करने वाले नीतीश कुमार अब भाजपा की गोद में बैठे गये हैं.
ओवैसी ने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम उम्मीदवार अख्तरुल इमान को वोट देने की अपील की और कहा कि सीमांचल के सड़क से लेकर पुल पुलिया का विकास तथा गरीबों की आवाज को दिल्ली तक पहुंचाने का काम करेंगे. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असादुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस मुसलमानों को भाजपा का डर दिखाकर वोट मांग रही है, जबकि उसके शासन में ही भागलपुर के दंगे और बाबरी मस्जिद के परिसर को खोलने जैसे कृत्य हुए थे.
मुस्लिम बहुल संसदीय सीट किशनगंज में अपनी पार्टी के उम्मीदवार की रैली को संबोधित करते हुए हैदराबाद के तेज तर्रार सांसद ओवैसी ने कहा, ‘‘ मैंने आप लोगों को 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान आगाह किया था कि तथाकथित महागठबंधन के वादों के झांसे में ना आए, आपने ध्यान नहीं दिया था. आपने नीतीश कुमार को वोट दिया जो अब भाजपा की गोद में बैठे हैं आपको वही गलती दोबारा नहीं करनी चाहिए.”
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस वाले फिर से भाजपा का डर दिखाकर आपसे वोट मांग रहे हैं. आपको यह नहीं भूलना चाहिए कि भागलपुर दंगे और बाबरी मस्जिद खोले जाने के समय यही पार्टी बिहार और केंद्र में सत्ता में थी. उन्होंने दावा किया कि तीन तलाक का बिल लोकसभा जब पहुंचा था उस वक्त आपके असदुद्दीन ओवैसी ने इसका विरोध किया. ओवैसी ने लोगों से कहा कि अब आपके पास यह सुनहरा मौका है. यदि एक और सांसद अख्तरुल इमान को जिता कर लोकसभा भेजेंगे तो वहां मेरी ताकत दोगुनी हो जाएगी और आप को न्याय मिलेगा, अबकी बार गफलत का शिकार ना हो.
ओवैसी ने आरोप लगाया कि जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से गरीबों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले काफी बढ़े हैं. लोगों के जातिवाद में उलझने के कारण देश की तरक्की होने के बजाय लोग तबाह व बर्बाद होते नजर आ रहे हैं.