सर्दी में बच्चों का रखें विशेष ख्याल, निमोनिया के संक्रमण का रहता है खतरा

किशनगंज : सर्दी के मौसम में बच्चों को निमोनिया का अधिक खतरा होता है. इस मौसम में बच्चों को निमोनिया से बचाव पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है.विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बच्चों में होने वाली मौतों में निमोनिया एक प्रमुख कारण है. विश्व भर में प्रति वर्ष पांच वर्ष से कम आयु के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2019 5:02 AM

किशनगंज : सर्दी के मौसम में बच्चों को निमोनिया का अधिक खतरा होता है. इस मौसम में बच्चों को निमोनिया से बचाव पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है.विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बच्चों में होने वाली मौतों में निमोनिया एक प्रमुख कारण है. विश्व भर में प्रति वर्ष पांच वर्ष से कम आयु के लगभग 13 लाख बच्चों की जान केवल निमोनिया के कारण जाती है, जो कुल होने वाली मौतों का लगभग 18 फीसद है.

सरकार ने निमोनिया से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण मे पीसीवी टीके को शामिल किया है. यह टीका निमोनिया से बचाव में काफ़ी असरदार है. ऐसा शिशु रोग विशेषज्ञ बतातें हैं. निमोनिया एक संक्रामक रोग है जो एक या दोनों फेफड़ों के वायु के थैलों को द्रव या मवाद से भरकर उसमें सूजन पैदा करता है.
इससे बलगम वाली खांसी, बुखार, ठंड लगना और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. निमोनिया साधारण से जानलेवा भी हो सकता है. सर्दी के मौसम में शिशुओं को निमोनिया का ख़तरा अधिक होता है. इसलिए इस मौसम में शिशुओं को ठंड से बचाना चाहिए. इससे बचाव के लिए पीसीवी का टीका बच्चे को लगवाना चाहिए.
आमतौर पर निमोनिया से शिशुओं, बच्चों एवं 65 वर्ष से ऊपर आयु वाले लोगों या कमजोर प्रतिरोधक प्रणाली वाले लोगों को अधिक ख़तरा होता है. जिले में सर्दी के मौसम के शुरुआत से ही बच्चों में निमोनिया एवं ठंड से जुडी अन्य बीमारियों में बढ़ोतरी हुई है.
ये हैं लक्षण : बलगम वाली खांसी, कंपकपी वाला बुखार, सांस लेने में तकलीफ या तेजी से सांस चलना, सीने में दर्द या बेचैनी, भूख कम लगना, खांसी में खून आना, जी मचलना और उल्टी होना.
बचाव के लिए रखें इन चीजों का ध्यान : पीसीवी टीका बच्चों को निमोनिया से बचाने में सहायक होता है. इसे सरकार द्वारा नियमित टीकाकरण में शामिल किया गया है. इसे तीन खुराकों में दिया जाता है तथा यह बच्चों को निमोनिया से बचाने में अहम भूमिका अदा करता है.
टीका जरूर लगवायें
दो साल से कम आयु के बच्चों और दो से पांच साल के बच्चों को अलग अलग निमोनिया के टीका जरूर लगवाएं.बुजुर्गों को धूमपान से परहेज, स्वस्थ एवं संतुलित जीवन शैली तथा साफ़ सफाई का ध्यान रख निमोनिया से बचा जा सकता है.
डॉ अभय कुमार, शिशु रोग विशेषज्ञ

Next Article

Exit mobile version