आरोपी सीओ पर कार्रवाई नहीं
जांच रिपोर्ट में एसडीओ ने आरोपों को सही पाया किशनगंज : बिहार सरकार गैर मजरुआ खास के चार एकड़ 97 डिसमिल में लगे लाखों रुपये मूल्य के सिरिस एवं वन नीम के 370 पेड़ कटवाये जाने के माले में तीन महीने बाद भी आरोपी सीओ के विरुद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जबकि […]
जांच रिपोर्ट में एसडीओ ने आरोपों को सही पाया
किशनगंज : बिहार सरकार गैर मजरुआ खास के चार एकड़ 97 डिसमिल में लगे लाखों रुपये मूल्य के सिरिस एवं वन नीम के 370 पेड़ कटवाये जाने के माले में तीन महीने बाद भी आरोपी सीओ के विरुद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जबकि अनुमंडल पदाधिकारी ने अपने जांच प्रतिवेदन में सीओ को दोषी करार देते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की है.
क्या है मामला : पोठिया प्रखंड के डुबानोची मौजा अंतर्गत केलाबाड़ी मुहल्ले में पश्चिम बंगाल के विधानगर निवासी वकुल सरकार द्वारा पूर्व में चाय बागान लगाया गया था. कालांतर में चाय बागान नष्ट हो गया परंतु लगभग 370 पेड़ लगे हुए थे. भूमि दखल अभियान के दौरान सीओ पर साजिश रच कर पेड़ को कटवाने का आरोप था. 18 नवंबर को सीओ ने इस संबंध में आदेश दिया. 20 नवंबर को अंचल अमीन मिस्त्री एवं ट्रैक्टर लेकर आये और पेड़ कटवा कर ले जाने लगे. 24 नवंबर को पोठिया थाना के दफादार मुगा लाल हरिजन को पेड़ काटने की सूचना मिली.
तब तक मात्र 17 पेड़ बचे थे. चौकीदार ने कटे पेड़ की लकड़ी वच ट्रैक्टर पकड़ लिया. ग्रामीणों ने एसडीओ को आवेदन देकर मामले से अवगत कराया. मामला तूल पकड़ने पर सीओ ने ही पोठिया थाना कांड संख्या 246/14 के तहत 27 नवंबर को अवैध तरीके से पेड़ काटे जाने को लेकर अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी.
क्या है जांच रिपोर्ट में
एसडीओ ने जांच प्रतिवेदन में इस पूरे साजिश पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि एक ही दिन में यानी 27 नवंबर को ही पूरे प्रकरण में राजस्व कर्मचारी की जांच अंचल निरीक्षक की जांच एवं अंचल अधिकारी का प्राथमिकी हेतु आवेदन एवं प्राथमिकी की प्रक्रिया पूरी की गयी है. एसडीओ ने अपने जांच प्रतिवेदन में स्पष्ट रूप से कहा है कि निहित स्वार्थ वश सीओ ने एक साजिश रच कर पेड़ कटवाये और जानबूझ कर अवकाश पर चले गये. जब मामला प्रकाश में आया तो एक मनगढ़ंत कहानी बना कर आनन फानन में झूठी प्राथमिकी दर्ज करायी.
क्या कहते हैं डीएम
डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने पोठिया सीओ पर लगे आरोप जांच के दौरान सत्य पाये गये है. उनके विरुद्ध निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी.