किशनगंज.परिवहन विभाग बिहार पटना के द्वारा वर्ष 2024-25 के लिये मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के दूसरे चरण की शुरूआत की गई है. इसके तहत सुदूर प्रखंडों को जिला मुख्यालय से जोड़ने की योजना है जिसमें जिले के सदर प्रखण्ड किशनगंज को छोड़कर शेष सभी छः ग्रामीण प्रखंडों में लाभुकों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस आशय की जानकारी जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण कुमार ने देते हुए बताया कि जिला के सभी प्रखंडों से सात-सात अर्थात कुल 42 लाभुकों का चयन किया जायेगा. इसके लिये सभी प्रखंड में कोटिवार लाभुकों की संख्या निर्धारित है. सभी प्रखंडों से अनुसूचित जाति व अत्यंत पिछड़ी जाति के दो-दो तथा पिछड़ी, अल्पसंख्यक एवं सामान्य जाति के लिए एक-एक लाभुकों को इस योजना का लाभ दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि जिस प्रखंड में अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या एक हजार से अधिक होगी वहां एक अतिरिक्त अनुसूचित जनजाति के कोटि से भी योजना का लाभ दिया जायेगा. मिनी बसों की खरीद को प्राथमिकता दी जायेगी. जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य कनेक्टिविटी को बढ़ाना व बेरोजगारी दूर करना है. ग्रामीण क्षेत्रों में बस – मिनी बसों की उपलब्धता प्रखंडों एवं सुदूर पंचायतों को जिला मुख्यालय से जोड़ने में सहायक साबित होगी. साथ ही इससे रोजगार का सृजन भी होगा और ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवक एवं युवतियों को उनके घरों पर रोजगार के अवसर मिलेंगे. उन्होंने बताया कि योजना के शुरूआत 2023 में की गई थी. इसके तहत 2023-24 में प्रथम चरण में जिलान्तर्गत 36 लाभुकों का चयन किया गया था जिसमें से अभी तक 2 लाभुक बस खरीद चुके जिनके खाते में पाँच-पाँच लाख रूपये अनुदान की राशि भेजी जा चुकी है. द्वितीय चरण के लिए 1 अगस्त 2024 से आवेदन लिये जायेंगे. और सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद 29 अगस्त को जिला पदाधिकरी की अध्यक्षता में गठित कमिटि लाभुकों का चयन करेगी.
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