हैंडपंप व प्याऊ खराब, सूख रहे हलक

किशनगंज: मई माह के प्रारंभ होते ही धूप की तपिश बढ़ने के साथ ही मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा है गर्मी अपने उफान पर है. शरीर में पसीना सूखने का नाम नहीं ले रहा है. लोग गला तर करने के लिए बार बार पानी का सहारा ले रहे हैं. सुबह नौ बजे के बाद घरों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2015 9:12 AM
किशनगंज: मई माह के प्रारंभ होते ही धूप की तपिश बढ़ने के साथ ही मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा है गर्मी अपने उफान पर है. शरीर में पसीना सूखने का नाम नहीं ले रहा है. लोग गला तर करने के लिए बार बार पानी का सहारा ले रहे हैं. सुबह नौ बजे के बाद घरों से निकलना दुशवार हो गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में दिन-रात हाथों में पंखा लेकर गर्मी से राहत पाने के प्रयास में लगे हैं.

मौसम में लगातार हो रहे बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगा है. खास कर सर्दी, जुकाम, डायरिया एवं अपच जैसी परेशानियों से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है. खास कर शीतल पेयजल की मांग अचानक बढ़ गयी है. लेकिन कोल्ड ड्रिंग्स भी निर्धारित कीमत से ज्यादा दामों पर बेचा जा रहा है.

गरमी पड़ते ही लोगों के सूखने लगे हलक
विगत एक सप्ताह से किशनगंज में तेज गरमी पड़ रही है. सुबह आठ बजे से संध्या पांच बजे तक तेज धूप के कारण लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. लाचारी होने पर ही आवश्यक कार्य वश लोग बाहर निकलते हैं एवं कार्य निपटा कर झटपट घर का रूख कर लेते हैं. हालांकि जिले में जलस्तर में कोई खास गिरावट नहीं देखी जा रही है. जिले में 12 से 15 फीट में पानी निकलता है. इस बार जलस्तर पूर्व की भांति यथावत है.

Next Article

Exit mobile version