लाइन होटल बना जुआरियों का अड्डा
किशनगंज : शहर से सटे पश्चिम बंगाल में एनएच 31 किनारे स्थित लाइन होटलों में जुआ अड्डा संचालित होने से शहर के बुद्धिजीवी के पेशानियों पर बल पड़ने लगे हैं. खाने-पीने की आड़ में इन लाइन होटलों की ऊपरी तल पर बने कमरे प्रात: काल से ही जुए के अड्डे का रूप धारण कर लेते […]
किशनगंज : शहर से सटे पश्चिम बंगाल में एनएच 31 किनारे स्थित लाइन होटलों में जुआ अड्डा संचालित होने से शहर के बुद्धिजीवी के पेशानियों पर बल पड़ने लगे हैं. खाने-पीने की आड़ में इन लाइन होटलों की ऊपरी तल पर बने कमरे प्रात: काल से ही जुए के अड्डे का रूप धारण कर लेते हैं.
ऐसा माना जाता है कि शहर के संभ्रांत परिवार के युवा वर्ग के लोग इन कमरों में जम कर जुआ के खेल का आनंद लेते हैं तथा होटल संचालक के द्वारा उन्हें पूर्ण सुरक्षा की गारंटी के साथ-साथ सुरा व सुंदरी का भी प्रबंध करा दिया जाता है. इतना ही नहीं अपने ग्राहकों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से इनके कमरों में बाहर से ताला भी लगा दिया जाता है तथा एहतियातन दरवाजे के बाहर एक होटल कर्मी की नियुक्ति भी कर दी जाती है.
जानकारों की माने तो दिवाली से लेकर छठ पूजा तक स्थानीय युवाओं के लिए ये लाइन होटल पसंदीदा जगह बन गये थे. प्रतिदिन लाखों रुपये दांव पर लगाने के बाद खेल समाप्ति के उपरांत कमरों से बाहर निकल रहे युवाओं के चेहरों को देख कर ही सहज अंदाजा लगाया जाता है कि खेल के दौरान किसने लाखों रुपये जीते और कौन लाखों हार बैठा था. ऐसा नहीं है कि इन जुआ के अड्डों की जानकारी स्थानीय पुलिस व बंगाल पुलिस को नहीं है.