न्यूनतम वेतन दिये जाने की मांग कर रहे थे सफाई कर्मी
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सदर अस्पताल में सफाई कर्मियों ने किया हंगामा
न्यूनतम वेतन दिये जाने की मांग कर रहे थे सफाई कर्मी किशनगंज : स्थानीय सदर अस्पताल में विगत 6 वर्षों से तैनात सफाई कर्मियों ने रविवार देर संध्या छंटनी के भय से व न्यूनतम वेतनमान की मांग को लेकर जम कर बवाल काटा. सफाई कर्मियों केे आक्रोश का आलम यह था कि सदर अस्पताल की […]
किशनगंज : स्थानीय सदर अस्पताल में विगत 6 वर्षों से तैनात सफाई कर्मियों ने रविवार देर संध्या छंटनी के भय से व न्यूनतम वेतनमान की मांग को लेकर जम कर बवाल काटा. सफाई कर्मियों केे आक्रोश का आलम यह था कि सदर अस्पताल की साफ सफाई के लिए कर्मियों से वार्ता करने पहुंचे एनजीओ कर्मी सफाई कर्मियों के भय से सदर अस्पताल के भीतर जा कर शरण ले ली थी.
बहरहाल लंबे समय तक चले हो -हंगामे के बाद स्थानीय बुद्धिजीवियों की पहल के बाद आक्रोशित सफाई कर्मी शांत हो सके. यहां बताते चले कि कि पूर्व में सदर अस्पताल की साफ सफाई कार्य कर रहे हेल्थ लाइन संस्था के संग करार खत्म होने के बाद 1 मार्च से राज इंफोरमेशन कंस्ट्रक्शन मीठापुर पटना को सदर अस्पताल की साफ सफाई,
रख रखाव व मरीजों के भोजन का जिम्मा सौंपा गया था. रविवार को राज इंफोरमेशन के कर्मी सफाई कर्मियों के संग वार्ता करने सदर अस्पताल पहुंचे थे. परंतु कंपनी कर्मी द्वारा प्रत्येक सफाई कर्मी को मात्र 3000 मासिक वेतन देने व 47 कर्मियों के स्थान पर 20 कर्मियों को बहाल करने की जानकारी दिये जाने के बाद सभी सफाई कर्मी आक्रोशित हो उठे थे. सफाई कर्मी सभी 47 कर्मियों को बहाल करने व सरकार द्वारा तय न्यूनतम वेतन की मांग पर अड़ गये.
इसी दरम्यान एनजीओ कर्मी द्वारा अचानक अपशब्दों का इस्तेमाल कर दिये जाने व धमकी दिये जाने से सारे सफाई कर्मी अपना आपास खो बैठे. बस फिर क्या था महिला कर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया और कंपनी कर्मी की जम कर क्लास ले ली. अंतत: कंपनी कर्मियों द्वारा उच्चाधिकारियों से वार्ता उपरांत समस्या का समाधान करने के आश्वासन के बाद सफाई कर्मी शांत हो गये.
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