सर्राफा व्यवसासियों का आंदोलन जारी

किशनगंज : वन परसेंट एक्साइज डयूटी बढ़ाये जाने के विरोध में स्वर्णकार संघ ने सात मार्च तक अपना-अपना प्रतिष्ठान बंद रखने का एलान कर दिया. इसी क्रम में शनिवार को फिर बड़ी कोठी परिसर में धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया. बंद से बाजार में सन्नाटा पसरा रहा. दर्जनों ग्राहक शादी के गहने खरीदने के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2016 6:30 AM

किशनगंज : वन परसेंट एक्साइज डयूटी बढ़ाये जाने के विरोध में स्वर्णकार संघ ने सात मार्च तक अपना-अपना प्रतिष्ठान बंद रखने का एलान कर दिया. इसी क्रम में शनिवार को फिर बड़ी कोठी परिसर में धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया. बंद से बाजार में सन्नाटा पसरा रहा. दर्जनों ग्राहक शादी के गहने खरीदने के लिए बड़ी कोठी पहुंच दुकानदारों से आरजू विनती करने लगे. लेकिन व्यवसायी धरना स्थल पर जमे रहे.

अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी: स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष पुखराज वाफना ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए याद दिलाते हुए कहा कि जिस तरफ वर्ष 2011 में देश भर के स्वर्ण व्यवसायी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये थे. ठीक उसी प्रकार इस भी हम लोग पूरे देशभर में एक साथ हड़ताल करेंगे. उन्होंने कहा कि 2011 में 21 दिनों तक चली हड़ताल के बाद सरकार ने गोल्ड और आभूषण दोनों पर लगाये गये टैक्स को वापस लिया था. उन्होंने कहा यदि इस बार भी केंद्र सरकार एक्साइज डयूटी वापस नहीं लेती है तो संघ अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने को विवश हो जायेगा.
जिले में 100 से अधिक दुकानें बंद
संघ के सदस्य दादा भाई मोरे ने बताया कि शहर समेत ग्रामीण क्षेत्र की 100 से अधिक दुकानें बंद रही. उन्होंने बताया कि इस बंदी में लगभग दो करोड़ से ज्यादा का व्यापार प्रभावित हुआ है. इससे सरकार के राजस्व की भी क्षति हुई है.
सर्राफा कारोबार कोे उत्पाद विभाग से जोड़ना गलत : ईश्वरचंद्र
स्वर्ण व्यवसायी संघ के महासचिव ईश्वर चंद्र ने कहा कि सर्राफा व्यवसायी पहले से ही सेल टैक्स, इनकम टैक्स, आइएसआइ मार्का से परेशान हैं. इससे व्यवसासियों की परेशानी बढ़ेगी और अफसरशाही चरम पर रहेगा. इसलिए सरकार को अविलंब इस बिल को वापस ले लेना चाहिए. इस मौके पर अध्यक्ष पुखराज बाफना,सचिव ईश्वर चंद्र सोनार,कमलेश पोद्दार, अमोल पाटिल, जयदेव कर्मकार, दादा साहेब मोरे, राजेंद्र सोनार, श्यामल बसाक, नारू गोपाल दास सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.

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