मद्य निषेध के बावजूद बढ़ रहा है अपराध
पिछले एक वर्ष में यहां आपराधिक वारदातों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. सोमवार व मंगलवार को मात्र 24 घंटे के भीतर दुष्कर्म, छेड़छाड़ व हत्या के तीन अलग-अलग वारदात ने लोगों को स्तब्ध कर दिया दिघलबैंक : प्रखंड क्षेत्र अमूमन शांतिपूर्ण इलाका माना जाता है, लेकिन पिछले एक वर्ष में यहां आपराधिक वारदातों में बेतहाशा […]
पिछले एक वर्ष में यहां आपराधिक वारदातों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. सोमवार व मंगलवार को मात्र 24 घंटे के भीतर दुष्कर्म, छेड़छाड़ व हत्या के तीन अलग-अलग वारदात ने लोगों को स्तब्ध कर दिया
दिघलबैंक : प्रखंड क्षेत्र अमूमन शांतिपूर्ण इलाका माना जाता है, लेकिन पिछले एक वर्ष में यहां आपराधिक वारदातों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. सोमवार एवं मंगलवार को मात्र 24 घंटे के भीतर दुष्कर्म, छेड़छाड़ एवं हत्या के तीन अलग अलग वारदातों ने लोगों को स्तब्ध कर दिया. लगातार घट रही इस प्रकार की जघन्य अपराधों की वजह से प्रखंड वासी दहशत में है.
पूर्ण शराबबंदी के बावजूद घटनाओं में कमी नहीं : आपराधिक वारदातों की जड़ लोग शराब को मानते थे. शराबबंदी के बाद लोगों की उम्मीद जगी कि अब वारदात कम होगी तथा शराब बंदी को लेकर लोग खुश भी दिख रहे थे. लेकिन हो रहा है इसका ठीक उलटा. घटनाएं कम होने की बजाय बढ़ गयी है.
बीते साल भी कई बड़ी घटनाएं घटी थी : दुष्कर्म, हत्या, डकैती, चोरी, लूट जैसी घटनाएं पिछले साल भी लगातार घटती रही. खास कर तुलसिया दक्षिण बस्ती में एक ही घर में लगातार दो बार डकैती की बड़ी घटनाएं और धनतोला-करूवामनी के बीच दिन दहाड़े हजारों रुपये के छिनतई के मामले ने प्रखंड वासियों को सहमा दिया था.
जिले के अन्य क्षेत्रों में भी हालात कमोवेश एक जैसे : कहीं से गंजा की बरामदगी तो कहीं से जाली नोट जब्त करने के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं.