40 लाख की गीको छिपकली के साथ चार तस्कर गिरफ्तार
ठाकुरगंज (किशनगंज) : भारत-नेपाल सीमा पर स्थित गलगलिया सीमा से सटे चक्करमारी बस पड़ाव से एसएसबी के जवानों ने प्रतिबंधित टोके (गीको) छिपकली के साथ चार तस्करों को िगरफ्तार किया. तस्कर बंगाल के डुवार्स के जंगलों से प्रतिबंधित गीको छिपकली लेकर ठाकुरगंज में डिलिवरी करने आये थे. एसएसबी के कमांडेंट एंथोनी थानमी ने बताया कि […]
ठाकुरगंज (किशनगंज) : भारत-नेपाल सीमा पर स्थित गलगलिया सीमा से सटे चक्करमारी बस पड़ाव से एसएसबी के जवानों ने प्रतिबंधित टोके (गीको) छिपकली के साथ चार तस्करों को िगरफ्तार किया. तस्कर बंगाल के डुवार्स के जंगलों से प्रतिबंधित गीको छिपकली लेकर ठाकुरगंज में डिलिवरी करने आये थे. एसएसबी के कमांडेंट एंथोनी थानमी ने बताया कि एक प्लास्टिक जार में सुरक्षित रखी प्रतिबंधित गीको छिपकली के साथ सभी तस्करों को गिरफ्तार किया गया.
चीन में चिकित्सा में होता है उपयोग : एंथोनी थानमी ने बताया कि जब्त छिपकली की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 40 लाख रुपये बतायी जाती है. छिपकली को नक्सलबाड़ी वन विभाग को सुपुर्द कर दिया गया है़ छिपकली का पारंपरिक चीनी चिकित्सा प्रणाली में प्रयोग किया जाता है. इस कारण चीन और कई पूर्वी देशों में इसकी तस्करी व्यापक पैमाने पर की जा रही है. जानकारों के अनुसार, कैंसर, अस्थमा, मधुमेह, त्वचा रोग साथ यौन रोगों के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता है़