बीएसएफ जवान के पिता को ट्रक ने रौंदा
सड़क दुर्घटना. चिकित्सक से जांच करा कर दादा व पोता वापस घर लौट रहे थे मिथलेश पाठक की बाइक अचानक बंद हो गयी़ वे सड़क किनारे बाइक स्टार्ट करने का प्रयास कर रहे थे़ इसी दरम्यान एक अन्य ट्रक को ओवर टेक करने के क्रम में ट्रक ने उन्हें रौंद दिया़ किशनगंज : स्थनीय फरिंगगोला […]
सड़क दुर्घटना. चिकित्सक से जांच करा कर दादा व पोता वापस घर लौट रहे थे
मिथलेश पाठक की बाइक अचानक बंद हो गयी़ वे सड़क किनारे बाइक स्टार्ट करने का प्रयास कर रहे थे़ इसी दरम्यान एक अन्य ट्रक को ओवर टेक करने के क्रम में ट्रक ने उन्हें रौंद दिया़
किशनगंज : स्थनीय फरिंगगोला के निकट शनिवार को तेज रफ्तार ट्रक की ठोकर से बाइक सवार वृद्ध की मौत जहां घटना स्थल पर ही हो गयी़ वहीं बाइक सवार उनका पोता भी गंभीर रूप से घायल हो गया़ घटना के वक्त वृद्ध मिथलेश कुमार पाठक अपने पांच वर्षीय बीमार पोते उत्कर्ष पाठक का इलाज स्थानीय एमजीएम कॉलेज से करा कर पांजीपाड़ा स्थित बीएसएफ हेड क्वार्टर वापस लौट रहे थे़
जहां उनका पुत्र बेदानंद कुमार पाठक कांस्टेबल के 109वीं वाहिनी में पद पर कार्यरत है़ हालांकि मृतक मिथलेश पाठक भी मात्र दो वर्ष पूर्व बीएसएफ के इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत्त हुए थे तथा छुट्टियां बीताने पांजीपाड़ा आये हुए थे़ शनिवार को नंद कुमार के भारत बांग्लादेश सीमा पर चले जाने के बाद मिथलेश पाठक उनकी बीआर37बी 7456 नंबर की बजाज डिस्कवर बाइक लेकर किशनगंज आये हुए थे ज़हां से लौटने के क्रम में वे हादसे का शिकार हो गये़ घटना के उपरांत डब्लूबी23बी 1398 नंबर का ट्रक घटना स्थल से फरार हो गया परंतु स्थानीय लोगों ने दूर तक पीछा कर उसे पकड़ लिया.
घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को मिलते ही वह फौरन घटना स्थल पर पहुंच गयी और शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल भेज दिया और ट्रक व चालक असीत विश्वास पिता मोहन विश्वास रानाघाट हल्दिया निवासी को अपने कब्जे में कर उन्हें थाना ले आयी़ इधर घटना के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के वक्त मिथलेश पाठक की बाइक अचानक बंद हो गयी थी़ वे सड़क किनारे बाइक स्टार्ट करने का प्रयास कर रहे थे़
जबकि उत्कर्ष पाठक बगल में खड़ा था़ इसी दरम्यान एक अन्य ट्रक को ओवर टेक करने के क्रम में ट्रक ने उन्हें रौंद दिया़ रौंदने के बाद उक्त् ट्रक के चालक ने तेजी से गाड़ी को भगा लिया लेिकन लोगों के प्रयास से उसे पकड़ लिया गया़ जबकि उत्कर्ष जख्मी होने के बावजूद बाल बाल बच गया़