बहादुरगंज विधायक व डीआरडीए निदेशक में ठनी
जांच करने पहुंचे कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार किशनगंज : ..ज्यादा से ज्यादा आप मेरा तबादला करवा सकते हैं और कुछ नही़ डीआरडीए निदेशक की यह बोली विधायक को नागवार गुजरी़ इस बात को लेकर जिले के बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक तौसीफ आलम एवं डीआरडीए निदेशक भरत भूषण आमने-सामने हो गये है़ं […]
जांच करने पहुंचे कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार
किशनगंज : ..ज्यादा से ज्यादा आप मेरा तबादला करवा सकते हैं और कुछ नही़ डीआरडीए निदेशक की यह बोली विधायक को नागवार गुजरी़ इस बात को लेकर जिले के बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक तौसीफ आलम एवं डीआरडीए निदेशक भरत भूषण आमने-सामने हो गये है़ं विवाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत सामग्री वितरण को लेकर उत्पन्न हुआ है़ विधायक ने डीआरडीए निदेशक भरत भूषण के विरुद्ध विधानसभा के विशेषाधिकार हनन समिति में शिकायत दर्ज करायी है़ विधायक की शिकायत को लेकर कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार मामले की जांच करने किशनगंज पहुंचे़
क्या है मामला
विवाद के कारण के संबंध में पूछे जाने पर डीआरडीए निदेशक श्री भूषण ने बताया कि बीडीओ एवं सीओ की रिपोर्ट के अनुसार दिघलबैंक प्रखंड में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में उनके द्वारा बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाया जा रहा था़ इसी बीच 27 अगस्त की संध्या साढ़े सात बजे के करीब विधायक श्री आलम ने उन्हें फोन कर लक्ष्मीपुर बुरूस टोला में राहत सामग्री नहीं बाटे जाने को लेकर फटकार लगाते हुए तुरंत पहुंच कर राहत सामग्री वितरण करने को कहा़ डीआरडीए निदेशक ने विधायक को बताया कि बीडीओ, सीओ ने जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की सूची दी है उसमें लक्ष्मीपुर बुरूश टोला का नाम नहीं है, जिसके कारण वहां राहत नहीं बंटा होगा़ निदेशक ने विधायक को बताया कि वे अभी दूसरी जगह राहत वितरण के कार्य में लगे हुए है़ं
उन्होंने विधायक को आश्वस्त करते हुए कहा कि वहां यदि बाढ़ प्रभावित लोग है तो सुबह उनके बीच राहत सामग्री का वितरण करवा दिया जायेगा़ परंतु विधायक ने उन्हें तुरंत आने की बात कहते हुए कहा कि अभी तुरंत यहां आइये नहीं तो उनकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे़ निर्देशक ने तुरंत पहुंचने में असमर्थता व्यक्त करते हुए विधायक से कहा कि अधिक से अधिक आप मेरा तबादला करवा सकते है और कुछ नही़
क्या कहते हैं विधायक
विधायक तौसीफ आलम ने कहा कि डीएम ने बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए इन्हें दिघलबैंक का प्रभारी बना कर भेजा़ लेकिन डीआरडीए निदेशक बिना क्षेत्र का भ्रमण किये प्रखंड कार्यालय में बैठ कर बाढ़ क्षेत्र का रिपोर्ट बनायी है. जिन क्षेत्र के लोग बाढ़ से प्रभावित थे उन क्षेत्र में बाढ़ राहत सामग्री वितरण ही नहीं किया गया़
क्षेत्र भ्रमण के क्रम में जब वे लक्ष्मीपुर बुरूस टोला पहुंचे तो बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि उन लोगों को अब तक किसी प्रकार का राहत नहीं मिला है़ इसकी सूचना देते हुए डीआरडीए निदेशक को पीड़ितों को राहत सामग्री देने की बात कही तो वे उनके विरुद्ध अपशब्द का प्रयोग किया और कहा कि मुख्यमंत्री से शिकायत कर मेरा क्या कर लीजियेगा ज्यादा से ज्यादा आप मेरा तबादला करवा सकते है और कुछ नहीं.