डाॅ जायसवाल ने कहा कि बाढ़ के जोखिम व दुष्प्रभाव को कम करने के कई उपाय हैं. इसलिए आपदा से भयभीत न हों, शांत रहें.

किशनगंज : जिला रेड क्राॅस सोसाइटी के तत्वावधान में आपदा प्रबंधन व जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ विधान पार्षद व विधान पार्षद मानवाधिकार समिति के अध्यक्ष डाॅ दिलीप कुमार जायसवाल, जिलाधिकारी पंकज दीक्षित ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया. कार्यक्रम को संबोधित करते डाॅ जायसवाल ने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2016 6:04 AM

किशनगंज : जिला रेड क्राॅस सोसाइटी के तत्वावधान में आपदा प्रबंधन व जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ विधान पार्षद व विधान पार्षद मानवाधिकार समिति के अध्यक्ष डाॅ दिलीप कुमार जायसवाल, जिलाधिकारी पंकज दीक्षित ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया. कार्यक्रम को संबोधित करते डाॅ जायसवाल ने कहा कि बाढ़ के जोखिम व दुष्प्रभाव को कम करने के कई उपाय हैं.

इसलिए आपदा से भयभीत न हो, शांत रहें. प्राप्त जानकारी और उपलब्ध संसाधनों से बचाव एवं राहत कार्यों में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि आपदा के समय लोगों को जागरूक रहना चाहिए. जागरूकता से ही इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है.

छात्राओं को दी गयी बचाव की जानकारी
जिलाधिकारी पंकज दीक्षित ने कहा कि आपदा को रोका नहीं जा सकता. मगर जागरूकता और पूर्व की तैयारी से आपदा के नुकसान को कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि तैयारी और जागरूकता आपदा से बचाव के तरीके हैं. वहीं रेडक्रास सोसाइटी के सचिव मिक्की साहा व आपदा प्रबंधन के मास्टर ट्रेनर व रेडक्राॅस सोसाइटी के सदस्य रंजीत कुमार सिंह ने कार्यशाला में छात्राओं को आपदा से बचाव के गुर सिखाने के साथ-साथ आपदा के दौरान प्रयुक्त होने वाले उपकरण के बारे में भी जानकारी दी. इसमें बाढ़ से पूर्व की तैयारी, सुरक्षित स्थलों काे चिह्नित करना, पूर्व चेतावनी, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था,
सूखे भोज्य पदार्थों का प्रबंधन, कंबल व लाठी से सट्रेचर बनाना, पीड़ितों को घटनास्थल से उपचार के लिए अस्पताल सुरक्षित ढंग से ले जाना, डूबते व्यक्ति को बचाना, बोतलों से जीवन रक्षक जैकेट बनाना, बाढ़ के दौरान रखी जाने वाली सावधानियां, राहत सामग्री प्रबंधन, अग्नि संरक्षा, भूकंप से बचाव आदि पर विशेष जानकारी दी गयी.
पूर्व नप अध्यक्ष त्रिलोक जैन ने कहा कि समाज को विकास व जलावयु परिवर्तन के नतीजे आज आपदाओं के रूप में भुगतना पड़ रहा है. इस मौके पर डाॅ उर्मिला कुमारी यादव, डाॅ शंकर लाल रामदास आदि ने भी संबोधित किया. इस मौके पर विद्यालय के प्रधान शिक्षक व शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे.

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