अंडा उत्पादन को लेकर कार्यशाला

किशनगंज : नाबार्ड, अग्रणी बैंक कार्यालय एवं बामेती, बिहार सरकार के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विज्ञान केंद्र खगड़ा में अंडा उत्पादन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया़ यह कार्यशाला बिहार सरकार द्वारा राज्य को अंडा उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने की मुहिम के तहत किया गया़क कार्यशाला का संयुक्त उद्घाटन वरीय वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2016 5:46 AM

किशनगंज : नाबार्ड, अग्रणी बैंक कार्यालय एवं बामेती, बिहार सरकार के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विज्ञान केंद्र खगड़ा में अंडा उत्पादन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया़ यह कार्यशाला बिहार सरकार द्वारा राज्य को अंडा उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने की मुहिम के तहत किया गया़क कार्यशाला का संयुक्त उद्घाटन वरीय वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र एवं अग्रणी बैंक प्रबंधक रामाधार पासवान ने किया़ कार्यक्रम की शुरूआत में डीडीएम नाबार्ड ने सभी विशिष्ट अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम के तहत जिले में

अंडा उत्पादन इकाईयां स्थापित की जायेगी एवं प्रगतिशील किसानों को शुरूआत से अंत तक परियोजना के स्थापना में सहयोग प्रदान किया जायेगा़ उन्होंने बताया कि इसके लिए राज्य में आठ जिलों का चयन किया गया है़ जिसमें किशनगंज भी है़ किशनगंज के अलावे यह योजना गोपालगंज,

सीवान, शेखपुरा, बांका, भोजपुर, बक्सर एवं नवादा जिले में लागू की जायेगी़ इस योजना के अंतर्गत किशनगंज जिले में अंडा उत्पादन की 200 इकाई स्थापित करने की योजना है़ इसके लिए सेवा निवृत्त सैन्यकर्मी, प्रगतिशील किसान, उद्यमी, पॉल्ट्री में प्रशिक्षण प्राप्त युवकों को अंडा उत्पादन इकाई स्थापित करने की अनुमति दी जायेगी़ एक इकाई खोलने के लिए 18 से 10 हजार वर्ग फीट जमीन की उपलब्धता जरूरी है़ परियोजना लागत का 25 प्रतिशत इच्छुक अभ्यर्थी को अपनी ओर से मार्जिन मनी के रूप में लगाना होगा़ एक इकाई की परियोजना लागत लगभग रूपेश 42 लाख होगी़क कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला अग्रणी बैंक रामाधार पासवान ने बताया कि इसके लिए अंडा उत्पादन करने वाले प्रगतिशील किसानों, युवकों को बैंकों से ऋण दिलाया जायेगा़ इस संबंध में इच्छुक अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन देने के पश्चात विस्तृत परियोजना बनवा कर संबंधित बैंक शाखा में वित्तपोषण हेतु भेजा जायेगा़ इकाई की स्थापना के लिए बिहार विद्यापीठ उद्व़न एवं उद्यमिता केंद्र, सदाकत आश्रम, पटना द्वारा लाभुकों को विस्तृत परियोेजना निर्माण, उचित तकनीक की जानकारी, प्रशिक्षण, बीमारियों को प्रबंधन, चारा प्रबंधन, समय समय पर चिकित्सकों द्वारा मार्गदर्शन, कच्चा माल आपूर्ति, उचित पैकेजिंग भंडारण एवं विपणन में सहयोग किया जायेगा़ वरीय वैज्ञानिक डा केएम सिंह ने बताया कि इस योजना का दूरगामी उद्देश्य कुपोषण मुक्त बिहार बनाने का है़ अंडे में प्रचुर मात्रा में प्रोटिन व कैल्सियम पाये जाते हैं जो कि हर उम्र के व्यक्ति के लिए जरूरी होता है़ इसे पोषक आहार भी माना गया है़ इसी क्रम राज्य व प्रवर्तन परिषद पटना से आये संजीव श्रीवास्तव ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से प्रतिभागियों को इस परियोजना के संबंध में विस्तार से बताया़ उन्होंने यह भी बताया कि अंडा उत्पादन के मामले में सूबे को आत्म निर्भर बनाने के इस अभियान में बामेती, नाबार्ड एवं जिला अग्रणी बैंक अपना विशेष योगदान देगी़ सरकारी स्तर से उद्यमियों काव प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जायेगी़ जिले में उत्पादित अंडे की खरीददारी सरकार करेगी़ एक जानकारी के मुताबिक सरकारी स्कूलों में मीड डे मिल योजना में अंडा को शामिल किया गया है़ ऐसे में अंडे की अधिकतम खपत स्थानीय स्तर पर ही सुनिश्चित की जा सकेगी़ इस पूरे कार्यक्रम के कार्यान्वयन की समीक्षा हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समीक्षा समिति का गठन किया जायेगा़ जिसमें नाबार्ड के डीडीएम, अग्रणी बैंक प्रबंधक, आत्मा के परिायेजना निदेशक, जिला पशुपालन पदािाकारी एवं राज्य नव प्रवर्तन परिषद के सदस्य संजीव श्रीवास्तव सदस्य रहेंगे़

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